
ग्वालियर/शिवपुरी। आयरिश दूतावास, नई दिल्ली के राजदूत केविन केली ने राजसी नगरी ग्वालियर और शिवपुरी की यात्रा को ‘अद्भुत’ बताते हुए अपनी पहली दिन की यादें साझा की हैं। इस यात्रा के दौरान उन्होंने राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक, पारंपरिक और ऐतिहासिक विरासत का अवलोकन किया तथा स्थानीय छात्रों के साथ भारत और आयरलैंड के बीच विशेष संबंधों पर विचार-विमर्श किया।
राजदूत केली ने अपनी यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश की भव्यता ने उन्हें मोहित कर लिया। उन्होंने लिखा, “मध्य प्रदेश राज्य में पहला दिन अद्भुत रहा! ग्वालियर और शिवपुरी जैसी राजसी नगरीयों का भ्रमण किया, जो संस्कृति, परंपरा और इतिहास से भरी हुई हैं।” इन शहरों की ऐतिहासिक किलों, महलों और सांस्कृतिक स्थलों ने राजदूत को भारतीय इतिहास की गहराई से परिचित कराया, जो राज्य को ‘हृदय प्रदेश’ के रूप में पहचान दिलाते हैं।यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा शिवपुरी में छात्रों से संवाद था, जहां राजदूत केली ने भारत और आयरलैंड के बीच मजबूत बंधन पर प्रकाश डाला। आयरिश दूतावास इंडिया द्वारा साझा किए गए इस ट्वीट में उन्होंने उल्लेख किया कि उन्हें छात्रों से बात करने का अवसर मिला, जहां दोनों देशों की साझा मूल्य, शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर चर्चा हुई। यह संवाद न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने का माध्यम बना, बल्कि युवा पीढ़ी में आपसी समझ को बढ़ावा देने का प्रयास भी था।
मध्य प्रदेश सरकार और आयरिश दूतावास के बीच बढ़ते सहयोग के संदर्भ में यह यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है। राज्य पर्यटन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि ऐसे अंतरराष्ट्रीय दौरों से न केवल सांस्कृतिक आदान-प्रदान बढ़ता है, बल्कि निवेश और शैक्षिक सहयोग के नए अवसर भी खुलते हैं। राजदूत केली की यह यात्रा भारत-आयरलैंड संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
