मोहल्ला क्लिनिक दिल्ली की तर्ज पर संजीवनी क्लिनिक शुरू हुईं, सुविधाएं अधर में लटकी
जबलपुर: मोहल्ला क्लिनिक दिल्ली की तर्ज पर मध्यप्रदेश सरकार द्वारा शुरू किया गया अभियान मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक शुरू होने से पहले ही बन्द हो चला है। पिछले दो माह से लोकापर्ण के लिये तरस रही संजीवनी क्लिनिक स्टॉफ न होने के कारण अधर में लटकी हुई है। बीमार मरीज आशा भरी उम्मीद लेक क्लिनिक तो आते है, पर उनका स्वागत वहां लटके हुये ताले से होता है। लाखों रूपये की लागत से बनी इस क्लिनिक में सामान्य ओपीडी, गर्भवती महिलाएं की जांच एवं टीकाकरण जैसी सामान्य स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ – साथ कैंसर, उच्च रक्त चाप जैसी बीमारियों के लिये बनाया गया था। शास्त्री नगर में बनी यह इमारत का आज तक लोकापर्ण नहीं हो सका है। इस क्लिनिक पर ताला लटका रहता है एंव विरानी पसरी रहती है।
जाना पड़ता है मेडिकल अस्पताल
शास्त्री नगर के आस -पास रहने वाले रहवासी बताते है कि संजीवनी क्लिनिक बंद रहने के कारण हर छोटी से लेकर बड़ी बीमारी के लिये भी 2 किलोमीटर दूर मेडिकल अस्पताल जाना पड़ता है। जिसके कारण बहुत असुविधाएं होती है। जानकारों की मानें तो कई बार पार्षद से भी इस क्लिनिक को चालू करने के लिये कई बार गुहार लगाई गई पर उन्होंने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
इनका कहना है
आये दिन इस मार्ग में और आस पास एक्सीडेंट एवं अन्य घटनाएं होती रहती है। एवं सभी को उपचार के लिये मेडिकल अस्पताल भागना पड़ता है। इस क्लिनिक को जल्द से जल्द चालू करना चाहिए।
शकुन बाई ,रहवासी
पार्षद जी एवं कई माननीयों से इसे चालू करने के लिये बोला गया। पर कोई इस पर ध्यान नहीं देता है। हम लोग को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
अन्नू बर्मन, रहवासी
लगातार भोपाल से सम्पर्क में है। आये दिन हम लोग एचआर एवं स्टॉफ के लिये डिमांड भेजते है। इसको जल्द से जल्द चालू कराया जायेगा।अभी इसीलिए नहीं खोल रहे है क्योंकि हमारे पास स्टॉफ नहीं है।
संजय मिश्रा, सीएमएचओ