खंडवा। शनिवार को दोपहर बाद नौतपा के बादलों का सब्र जवाब दे गया। तेज धूप भी निकाली। भारी गर्मी के बीच 15 से 20 मिनट बारिश भी हुई। 41.5 डिग्री तापमान में मौसम अचानक सुहावना नजर आने लगा।
घरों में धूप के कारण लोग बाहर नहीं निकल रहे थे। इसके बाद बारिश हुई तो वे सड़कों पर निकल पड़े। बारिश में भीगने भी लगे। 25 मई से नौतपा शुरू हुआ है। नौतपा के सातवें दिन इस तरह का माहौल देखकर आम लोगों को राहत मिली है।
यह बारिश नुकसान वाली
हालांकि, मौसमविद इसे भटके हुए बादलों का अचानक खंडवा पर बरसाना उचित नहीं मान रहे हैं। इससे वायुमंडल में बारिश के लिए मानसून लाने का दबाव नहीं बन पाएगा, लेकिन यह संकेत केरल मानसून के जल्द नजदीक आने वाले हो सकते हैं।
किसानों को इससे किसी तरह का फायदा तो नहीं होगा, लेकिन मूंग की कटाई वाले किसानों की धड़कन बढ़ सकती हैं।
2 डिग्री खिसका न्यूनतम तापमान
इस बारिश से तापमान 2 डिग्री खिसक गया है। लोगों को जरूर इससे राहत मिली है। एक दिन में दो तरह के इस मौसम के कारण बीमारी बढ़ सकती हैं। अस्पताल में ठंडा- गरम के कारण मरीज की संख्या बढ़ाने का भी अनुमान लगाया जा रहा है।
बिजली वालों की कैंची ने गजब ढाया
उमस और सूरज की तपन काम नहीं हुई है। बिजली विभाग को तो जैसे बहाना मिल गया। बारिश और आंधी तूफान शुरू होते ही पावर कट कर दिया गया। लोग घरों में उमस और गर्मी से बेहाल नजर आए। कुछ जगह पेड़ों के गिरने की भी सूचना है। न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो 15 दिन से 28 डिग्री से काम नहीं होता था।
सड़ांध मारती गंदगी सड़कों पर आई
शहर में नालियां बज-बजा रही हैं। बड़े नालों की भी सफाई ढंग से नहीं हुई है। नगर निगम बारिश के इंतजार में है, कि बारिश हो और सड़ांध मारती गंदगी बहकर बाहर निकल जाए। नगर निगम उस वक्त नालों की सफाई के बिल लगा दे। इस 15 मिनट की पहली बारिश में ही छोटी नालियों की गंदगी सड़कों पर आ गईं। लोग बारिश के आनंद लेने निकले, लेकिन उन्हें बदबू और नालियों के ओवरफ्लो कीचड़ से भी दो-चार होना पड़ा। निगम की व्यवस्थाओं वाली पोल अपने आप सड़क पर आ गई।