वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर अर्थशास्त्रियों के आशावादी दृष्टिकोण

नयी दिल्ली (वार्ता) विश्व आर्थिक मंच द्वारा बुधवार को जारी नवीनतम मुख्य अर्थशास्त्री आउटलुक में 2024 में वैश्विक अर्थव्यवस्था के बारे में आशावादी दृष्टिकोण प्रस्तुत किया गया है, जिसमें महत्वपूर्ण राजनीतिक जोखिम भी शामिल हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, 82 प्रतिशत मुख्य अर्थशास्त्रियों को उम्मीद है कि इस साल वैश्विक अर्थव्यवस्था या तो मजबूत होगी या स्थिर रहेगी, जो वर्ष 2023 के अंत से लगभग दोगुना है। वैश्विक स्थितियों में मंदी की भविष्यवाणी करने वालों की हिस्सेदारी जनवरी में 56 प्रतिशत से नाटकीय रूप से घटकर केवल 17 प्रतिशत रह गई है। हालाँकि, भू-राजनीतिक और घरेलू राजनीतिक तनाव बहुत अधिक हैं। लगभग 97 प्रतिशत अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि भू-राजनीतिक कारक 2024 में वैश्विक आर्थिक अस्थिरता में योगदान देंगे। इसके अतिरिक्त, 83 प्रतिशत का मानना है कि घरेलू राजनीति भी अस्थिरता का एक महत्वपूर्ण स्रोत होगी, खासकर जब दुनिया की लगभग आधी आबादी इस साल मतदान करने जा रही है।

विश्व आर्थिक मंच की प्रबंध निदेशक सादिया जाहिदी ने कहा, “ मुख्य अर्थशास्त्रियों के नवीनतम आउटलुक से वैश्विक आर्थिक माहौल में सुधार के स्वागत योग्य लेकिन अस्थायी संकेत मिलते हैं। यह उस जटिल परिदृश्य को रेखांकित करता है, जिससे वैश्विक स्तर राजनेता जूझ रहे हैं। नीति-निर्माण की तत्काल आवश्यकता है, जो न केवल वैश्विक अर्थव्यवस्था के इंजनों को पुनर्जीवित करने की कोशिश करे, बल्कि अधिक समावेशी, टिकाऊ और लचीले विकास की नींव भी रखे।”

आर्थिक विकास के लिए आउटलुक के अनुसार सर्वेक्षण अमेरिका में पर्याप्त सुधार दिखा रहा है, जहां लगभग सभी मुख्य अर्थशास्त्री (97 प्रतिशत) अब इस वर्ष मध्यम से मजबूत विकास की उम्मीद करते हैं, जो जनवरी में 59 प्रतिशत से अधिक है। एशियाई अर्थव्यवस्थाएं भी मजबूत संभावनाएं दिखा रही हैं, सभी उत्तरदाताओं ने दक्षिण एशिया और पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्रों में कम से कम मध्यम विकास का अनुमान लगाया है।

चीन के लिए उम्मीदें थोड़ी कम आशावादी हैं, जिसमें तीन-चौथाई मध्यम विकास की उम्मीद कर रहे हैं और केवल 4 प्रतिशत ने मजबूत विकास की भविष्यवाणी की है। इसके विपरीत, यूरोप का परिदृश्य निराशाजनक बना हुआ है, लगभग 70 प्रतिशत अर्थशास्त्रियों ने 2024 के शेष भाग के लिए कमजोर वृद्धि की भविष्यवाणी की है।

अन्य क्षेत्रों में मोटे तौर पर मध्यम वृद्धि का अनुभव होने की उम्मीद है, जो पिछले सर्वेक्षण के बाद से मामूली सुधार दर्शाता है।

Next Post

एडीबी ने 2023 में भारत को दिये 2.6 अरब डॉलर के ऋण

Thu May 30 , 2024
Share on Facebook Tweet it Share on Reddit Pin it Share it Email नसी दिल्ली (वार्ता) एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने 2023 में भारत को 2.6 अरब डॉलर का ऋण दिया जिसका उद्देश्य शहरी विकास को मजबूत करना, औद्योगिक गलियारे के विकास का समर्थन करना, बिजली क्षेत्र के सुधारों को […]

You May Like

मनोरंजन