लिंग संवेदीकरण पर कार्यशाला का आयोजन
ग्वालियर: माधव विधि महाविद्यालय में आज लिंग संवेदीकरण पर कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें माधव विधि महाविद्यालय ग्वालियर के सहायक प्राध्यापक डॉक्टर आर एस धाकड़ ने अपने व्याख्यान से छात्र-छात्राओं को मार्गदर्शित किया। डॉ. धाकड़ ने उदबोधन में बताया कि जेंडर सैनिटाइजेशन के संबंध में पहला स्टेप हमारे घर से शुरू होता है क्योंकि जब तक एक जेंडर की दूसरे जेंडर के प्रति सोच परिवर्तित नहीं होगी, तब तक जेंडर सेंसटाइजेशन का कोई महत्व समाज के अंदर पर लक्षण नहीं होगा। उन्होंने बताया कि घर के भीतर हमारे छोटे-छोटे कार्य जो हम अपनी बेटीयो से करते हैं, वही सारे कार्य हम अपने बेटों से भी कराएं।
घर के आगे पिताजी की नेम प्लेट के साथ-साथ माताजी का नाम भी रिफ्लेक्ट हो, ऐसे अगर छोटे-छोटे आयामों को हम बदलने की कोशिश करेंगे तभी हम सही मायने में जेंडर सेंसटाइजेशन के लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। बहुत सारे कानून बने, परंतु इनके अलावा समाज में घर से लेकर हमारे व्यवहार के अंदर जब तक महिलाओं को पुरुषों के बराबर का दर्जा प्रदान नहीं करेंगे तब तक हमारे व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं है यह बात सही है कि सदियों से समाज पुरुष प्रधान रहा है लेकिन इसको तोड़ते हुए हमें इस परंपरा पर कार्य करना चाहिए कि मानव में जो श्रेष्ठ है उसका प्रधान होना चाहिए चाहे वह महिला हो या पुरुष हो एवं दोनों को एक दूसरे के प्रति आदर भाव रखना चाहिए यही जेंडर सेंसटाइजेशन का प्रमुख कारण है। कार्यक्रम की संयोजक डॉ. नीति पांडे एवं सहसंयोजक श्रीमती रोली श्रीवास्तव के साथ महाविद्यालय की फैकल्टी एवं छात्र छात्राये कार्यशाला में मौजूद रहे!