आबकारी विभाग ने अवैध मदिरा के 727 प्रकरण किए दर्ज

० शासकीय दुकानों की नीलामी में 8.47 प्रतिशत राजस्व की हुई वृद्धि, शराब के कारोबार से शासन को हो रही भारी आय

नवभारत न्यूज

सीधी 9 मई। आबकारी विभाग के माध्यम से प्रदेश सरकार को भारी राजस्व आय हो रही है। सीधी जिले में 15 लाख 50 हजार 6 लीटर शराब पियक्कड़ एक वर्ष में गटक गए। आबकारी विभाग द्वारा अवैध शराब को रोंकने के लिए सतत कार्यवाही की जा रही है।

अप्रैल 2024 की अवधि तक विभाग द्वारा सीधी जिले में 2093.84 लीटर अवैध मदिरा जप्त की गई। जिसमें देशी मदिरा 2083.04 लीटर एवं स्प्रिट 10.80 लीटर शामिल है। वहीं महुआ लाहन 14975 किलोग्राम जप्त किया गया है। आबकारी विभाग सीधी द्वारा वर्ष 2022-23 में कुल आय 91 करोड़ 2 लाख 986 रुपए की आय प्राप्त की गई थी। उसके मुकाबले वर्ष 2023-24 में कुल आय 97 करोड़ 20 लाख 88 हजार 859 रुपए प्राप्त किए गए हैं। इस तरह इस वर्ष 6.80 प्रतिशत आय गत वर्ष की तुलना में ज्यादा प्राप्त की गई है। सीधी जिले में देशी/विदेशी मदिरा की खपत भी लगातार बढ़ रही है। अप्रैल 2024 तक देशी मदिरा मशाला 51519 लीटर, प्लेन मदिरा 3326778 लीटर की खपत हुई है। इस तरह सीधी जिले में आबकारी विभाग के मार्फत 33 लाख 48 हजार 297 लीटर देशी मदिरा की खपत हुई है। वहीं विदेशी मदिरा में स्प्रिट 514372.20 लीटर, माल्ट 1035092.80 लीटर एवं वाइन 541.60 लीटर की खपत हुई है। इस तरह आबकारी विभाग के माध्यम से संचालित शासकीय मदिरा दुकानों में 15 लाख 50 हजार 6.6 लीटर देशी एवं विदेशी मदिरा की खपत हुई है।

आबकारी विभाग के माध्यम से वर्ष 2024-25 में शासकीय मदिरा दुकानों की नीलामी भी संपन्न कराई गई। जिसमें वर्ष 2023-24 की नीलामी में 95 करोड़ 28 लाख 17 हजार 215 रुपए की राशि प्राप्त हुई थी। वहीं वर्ष 2024-25 की नीलामी में 103 करोड़ 35 लाख 15 हजार 156 रुपए की राशि प्राप्त हुई है। इस तरह चालू वर्ष में आबकारी विभाग सीधी को शासकीय मदिरा दुकानों की नीलामी में 8.47 प्रतिशत की ज्यादा आय अर्जित हुई है।

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आबकारी विभाग की हर साल बढ़ जाती है आय

जिला आबकारी विभाग सीधी द्वारा जिले में शासकीय दुकानों के माध्यम से देशी एवं विदेशी मदिरा की बिक्री सुनिश्चित की जाती है। हर वर्ष शासकीय मदिरा दुकानों की नीलामी प्रक्रिया कराई जाती है। नीलामी के माध्यम से ही ठेकेदारों को दुकानों का आवंटन किया जाता है। सीधी जिले में देशी एवं विदेशी मदिरा की खपत हर वर्ष हजारों लीटर बढ़ रही है। जिसके चलते मदिरा के कारोबार में लगे ठेकेदारों को इससे भारी मुनाफा मिल रहा है। आबकारी विभाग की आय भी इस वजह से हर साल करोड़ों रुपए बढ़ जाती है। विभाग द्वारा शासकीय दुकानों के माध्यम से ही शराब की बिक्री सुनिश्चित कराई जा रही है। शराब की दुकान लेने वालों को केवल अपने दुकान से ही मदिरा की बिक्री करने के आदेश एवं नियम हैं। यदि उनके द्वारा एक दुकान की आड़ में अन्य जगहों से मदिरा की बिक्री कराई जाती है तो यह पूरी तरह से अवैध है। आबकारी विभाग के अधिकारी तो यदि शासकीय दुकानों के माध्यम से किसी तरह से अनियमितता की शिकायत मिलती है तो वह इस पर त्वरित कार्यवाही भी सुनिश्चित करता है। जिले में संचालित होने वाली शासकीय मदिरा दुकानों के निरीक्षण का कार्य बीच-बीच में विभागीय अधिकारियों द्वारा किया जाता है। निरीक्षण के दौरान नियमों के अनुसार शराब की बिक्री करने के निर्देश दिए जाते हैं। विभाग द्वारा अवैध मदिरा के कारोबार को रोंकने के लिए भी अपना अभियान जिले भर में चलाया जाता है। उस दौरान जो भी व्यक्ति मदिरा के अवैध कारोबार में लिप्त मिलते हैं उन पर कार्यवाही की जाती है।

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इनका कहना है

जिला आबकारी विभाग द्वारा अवैध शराब के मामलों में सूचना मिलते ही लगातार कार्यवाही की जा रही है। इसके अलावा विभाग का अमला अपने स्तर से भी मुखबिरों के माध्यम से अवैध शराब के संबंध में जानकारी प्राप्त करके आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करता है। कार्यवाही के दौरान अवैध मदिरा एवं महुआ लाहन जप्त किया जाता है। साथ ही आरोपियों के विरुद्ध न्यायालय में चालान प्रस्तुत किया जाता है। अवैध मदिरा के विरुद्ध अनवरत कार्यवाही सीधी जिले में चलाई जा रही है।

सतेन्द्र सिंह परिहार, जिला आबकारी विभाग सीधी

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