- अंधी हत्या से उठा पर्दा: रिश्ते का भतीजा गिरफ्तार
जबलपुर। चरगवां थाना अंतर्गत ग्राम देवरी में हुई मनोज उर्फ मन्नू ठाकुर 26 वर्ष की अंधी हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। हत्या शराब-मुर्गा पार्टी में कम पैसे मिलाने के विवाद पर हुई थी। कातिल कोई और नहीं बल्कि मृतक के रिश्ते का भतीजा निकला। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
विदित हो कि 31 अक्टूबर को को ग्राम देवरी टपरिया में खेत में मनोज उर्फ मन्नू ठाकुर 26 वर्ष निवासी ग्राम देवरी टपरिया का शव पडा मिला था। जिसके शरीर में चोट के निशान थे। पुलिस ने जांच के बाद अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर पतासाजी शुरू कर दी थी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्रीमति सोनाली दुबे, नगर पुलिस अधीक्षक बरगी सुनील नेमा, के मार्गदर्शन में टीम गठित की गई।
शरीर में खरोच के निशान, खून के दाग से हुआ शक-
पतासाजी के दौरान पता चला कि मनोज के साथ धरम उर्फ अबी जो कि रिश्ते मे भतीजा लगता है, चरगवॉ बाजार में घूम रहे थे। संदेही धरम उर्फ अबी पिता सन्तोष ठाकुर 19 साल निवासी ग्राम टपरिया पुरानी को अभिरक्षा में लिया गया जिसके सीने एवं कोहनी मे खंरोच के निशान थे, आंखे लाल थी, पहने हुये पैंट में खून के दाग थे, जिससे पुलिस को शक हुआ और सघन पूछताछ की गई तो उसने राज उगले। आरोपी ने बताया कि गॉव का मनोज उर्फ मन्नू ठाकुर रिश्ते मे उसका चाचा लगता है 30 अक्टूबर को सुबह 11 बजे मनोज ने मोबाइल से उसके मोबाईल पर फोन कर बोला कि आज शाम को दारू मुर्गा पार्टी करनी है शाम 06 बजे चरगवां बाजार में दोनों मिले, चरगवां शराब दुकान से शराब के पाव खरीदे एवं पिये इसके बाद मुर्गा फ्राई करवा कर दोनों घर जा रहे थेे रास्ते में रात 08-30 बजे मनोज चाचा बोला कि तुमने दारू मुर्गा में कम पैसे मिलाये है तो उसने कहा कि मैने भी पैसा मिलाया है तभी चाचा मनोज ने मलगा उठाकर उसकी पीठ मे मार दिया फिर उसने वही मलगा मनोज चाचा से छीनकर मनोज चाचा पर हमला कर दिया। लकडी का मलगा टूट कर वही गिर गया तो टूटे हुये टुकडे से भी उसने मनोज के सिर पर कई बार मारा। जिससे मौत हो गई।
फोन आया तो तोड़ी सिम, मोबाइल पूजा के कमरे में छिपाया-
हत्या के बाद आरोप ने शव को टपरिया के पास आम के पेड़ के नीचे डाल दिया था इसके बाद मनोज का मोबाइल लेकर घर आ गया था, सुबह उस मोबाईल मे फोन आया तो मोबाईल की सिम निकालकर तोड कर आंगन में फैक दी और मनोज का मोबाईल घर पर पूजा वाले कमरे में टंकी के नीचे छिपाकर रख दिया था।