
मंडला।जिला चिकित्सालय का रैन बसेरा इन दिनों मरीजों के परिजनों के लिए राहत की जगह मुसीबत का कारण बन गया है। इलाज कराने दूर-दराज से आने वाले लोग मजबूरी में यहां ठहरते हैं, लेकिन गंदगी और अव्यवस्था उनकी परेशानी दोगुनी कर देती है।
परिजनों का कहना है कि रैन बसेरा में न तो पानी की समुचित व्यवस्था है, न पंखे लगे हैं, ऊपर से आसपास फैला कचरा दुर्गंध फैलाता है। 30-40 किलोमीटर दूर से आए लोगों को यहां रहने-खाने की दिक्कत झेलनी पड़ती है, लेकिन रैन बसेरा उनकी समस्या का समाधान नहीं, बल्कि और बढ़ा देता है।
अस्पताल परिसर में आवारा मवेशियों का जमावड़ा आम बात हो गई है। ये जानवर अस्पताल का कचरा खाकर उसे पूरे परिसर में फैला देते हैं, जिससे गंदगी और मच्छरों की संख्या बढ़ रही है।
रैन बसेरा के शयन कक्ष और किचन एरिया में गेट नहीं लगे होने से मवेशी भीतर घुस जाते हैं और गोबर फैला देते हैं। हालात ऐसे हैं कि परिजन स्वच्छता के बजाय और गंदगी झेलने को मजबूर हैं। अब इधर-उधर पाइप लगाकर मवेशियों को रोकने की असफल कोशिश की जा रही है।
इंचार्ज बोले – अधिकारियों से की शिकायत
रैन बसेरा इंचार्ज मनीष बैरागी का कहना है कि कई बार अधिकारियों को पंखा और गेट लगवाने की जरूरत के बारे में बताया गया है, लेकिन हर बार सिर्फ “लगवा देंगे” कहकर टाल दिया जाता है।
