डबल मर्डर केस में दुष्कर्म के आरोपी पर संदेह, छानबीन में जुटी पुलिस
सिविल लाइन में खौफनाक वारदात से फैली सनसनी
जबलपुर। सिविल लाइन थाना अंतर्गत रेलवे मिलेनियम कॉलोनी स्थित फ्लैट मेंं कातिल ने खौफनाक वारदात को अंजाम देते हुए पिता-पुत्र की निर्मम हत्या कर दी। जबकि बेटी लापता है। इस डबल मर्डर में दुष्कर्म के आरोपी पर पुलिस को संदेह है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।
अति. पुलिस अधीक्षक प्रियंका शुक्ला ने बताया कि रेलवे मिलेनियम कॉलोनी निवासी राजकुमार विश्वकर्मा 52 वर्ष और उनके पुत्र तनिष्क विश्वकर्मा 8 वर्ष की हत्या की गई है। दोनों की लाशें उनके फ्लैट में मिली है। जबकि उनकी बेटी 17 वर्ष बेटी लापता है जिसकी तलाश जारी है। अभी हाल में ही उसने 10 वीं कक्षा का पेपर दिया है। बताया जाता है कि पुलिस को काॅलोनी में ही रहने वाले मुकुल सिंह 19 वर्ष पर संदेह है। दरअसल सितम्बर 2023 में नाबालिग की रिपोर्ट पर मुकुल पर
धारा 363 समेत पॉक्सो एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया था। जिसमेें पुलिस ने मुकुल को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। हालांकि 15 दिन जेल में रहने के बाद उसकी हाईकोर्ट से जमानत हो गई थी। पुलिस को संदेह की मुकुल ने हत्याकांड को अंजाम दिया है।
दरवाजा बंद देख हुआ शक
बताया जाता है कि पड़ोसियों ने जब दिनभर विश्वकर्मा परिवार के फ्लैट का दरवाजा बंद देखा तो उन्हें शक हुआ जिसके बाद उनके रिश्वतेदारों और पुलिस को सूचित किया गया। फ्लैट के दरवाजे में ताला लगा हुआ था। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा खोला तो पुलिस भी अंदर का दृश्य देखकर दंग रह गई।
फ्रिज में मिली मासूम की लाश
मासूम तनिष्क की लाश फ्रिज में मिली है।जबकि पिता की लाश किचिन में मिली। कातिल ने धारदार हथियार या किसी ठोस वस्तु से हमला कर पिता-पुत्र को मौत के घाट उतारा है।
रेलवे में पदस्थ थे राजकुमार
बताया जाता है कि राजकुमार विश्वकर्मा रेलवे मे हेड क्लर्क के पद पर पदस्थ थे। उनकी पत्नी का निधन हो चुका है फ्लैट में वह अपने पुत्र और पुत्री के साथ रहते थे।
कॉलोनी में ही रहता है संदेही
बताया जाता है कि संदेही मुकुल सिंह कॉलोनी में ही रहता है। पुलिस अब नाबालिग और मुकुल की तलाश में जुटी है। आरोपी के पकड़े जाने के बाद ही पूरा मामला साफ हो सकेगा।
इनका कहना है
पिता-पुत्र की लाश मिली है। मामले की जांच कर रही है। युवती और संदेही की तलाश जारी है जल्द ही आरोपी पुलिस गिरफ्त में होंगे।
आदित्य प्रताप सिंह,एसपी