मुंबई, 9 जुलाई (वार्ता) अमेरिका में ताँबे और औषधियों पर आयात शुल्क बढ़ाने के बारे में राष्ट्रपति डोनाल्ट्रड म्प की घोषणाओं, भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितताओं और वैश्विक बाजार में तेल की कीमतों में सुधार के बीच अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में बुधवार को करीब आठ पैसे की गिरावट दर्ज की गयी।
रुपया आज प्रति डालर 85.7979 के स्तर पर बंद हुआ जबकि अमेरिकी मुद्रा कल 85.7188 के स्तर पर थी।
बुधवार को एशियाई बाजारों के कारोबार की अवधि में अमेरिकी डॉलर सूचकांक बढ़कर 97.55 के आसपास पहुँच गया। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वह तांबे के आयात पर 50 प्रतिशत तक शुल्क लगा सकते हैं। उन्होंने संकेत दिया कि दवा और अन्य चुनिंदा क्षेत्रों पर शुल्कों में और भी भारी वृद्धि कर सकते हैं। इस बीच फारेक्स बाजार में कारोबारियों को
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति निर्धारक समिति की फेड ओप मार्केट कमेटी (एमओएमसी) की पिछली बैठक के कार्यवाही विवरण के प्रकाशन का इंतजार है। इसमें बाजार फेड की भविष्य की ब्याज दर नीति की संभावनाओं की तलाश करेगा।
न्यूयार्क जिंस बाजार में ब्रेंट कच्चा तेल 0.070 प्रतिशत की तेजी के साथ 67.63 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था। एक समय यह 67.93 तक चढ गया था।
एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (अनुसंधान) जिंस एवं विदेशी विनिमय बाजार जतिन त्रिवेदी ने बाजार पर टिप्पणी में कहा कि अमेरिका के साथ व्यापार समझौते की बातचीत जारी रहने की खबरों और अमेरिका में बढ़े हुए शुल्कों को लागू करने का समय बढ़ाने की संभावना से संभलने में मदद मिली है। उनकी राय में आने वाले समय में रुपये के प्रति डालर 85.30 से 86.20 के दायरे में रहने की संभावना है।
अन्य प्रमुख वैश्विक मुद्राओं में ब्रिटेन का पौंड 116.5765 रुपये, यूरो 100.5277 रुपये और जापानी येन (प्रति सैकड़ा) 58.3800 रुपये के स्तर पर था।
