ग्लेन मैक्ग्रा ने ऑस्ट्रेलिया की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल हार का ठीकरा IPL पर फोड़ा; कहा – प्रमुख गेंदबाज को मिला ‘अनावश्यक’ ब्रेक, फिटनेस और लय पर पड़ा असर।
नई दिल्ली, 16 जून (वार्ता): विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2025 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया की हार को लेकर विश्लेषण और बयानबाजियां जारी हैं। इसी कड़ी में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व धाकड़ तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है, जिसमें उन्होंने सीधे तौर पर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 को ऑस्ट्रेलिया की हार का जिम्मेदार ठहराया है। मैक्ग्रा का मानना है कि आईपीएल में एक प्रमुख खिलाड़ी के खेलने से टीम की तैयारी और प्रदर्शन पर नकारात्मक असर पड़ा, जिसके चलते उन्हें फाइनल में हार का सामना करना पड़ा।
मैक्ग्रा ने किसी विशेष खिलाड़ी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उनके बयान से इशारा साफ तौर पर ऑस्ट्रेलिया के उन प्रमुख तेज गेंदबाजों की ओर था जो आईपीएल 2025 में लंबे समय तक व्यस्त रहे थे। उन्होंने कहा, “जब आप विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जैसे बड़े फाइनल में उतर रहे होते हैं, तो टीम के सभी प्रमुख खिलाड़ियों का शत-प्रतिशत फिटनेस और मैच-तैयारी में होना बेहद जरूरी है। आईपीएल एक शानदार टूर्नामेंट है, लेकिन कुछ खिलाड़ियों को वहां अनावश्यक रूप से लंबा ब्रेक मिला या उन्होंने उतना क्रिकेट नहीं खेला जिसकी उन्हें जरूरत थी, जिससे उनकी लय टूट गई।” मैक्ग्रा का यह बयान सीधे तौर पर उन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की फिटनेस और मैच अभ्यास पर सवाल उठाता है जो आईपीएल में व्यस्त थे और फिर तुरंत डब्ल्यूटीसी फाइनल में खेलने आ गए। उनका तर्क है कि टेस्ट क्रिकेट की मांगें टी20 से बिल्कुल अलग होती हैं और खिलाड़ियों को इस प्रारूप के लिए पर्याप्त अभ्यास और तैयारी की आवश्यकता होती है, जो आईपीएल के तुरंत बाद मुश्किल हो सकता है।
मैक्ग्रा ने आगे कहा कि डब्ल्यूटीसी फाइनल जैसी प्रतियोगिताएं खिलाड़ी की मानसिक और शारीरिक मजबूती की असली परीक्षा होती हैं। उन्होंने माना कि ऑस्ट्रेलिया की टीम बेशक मजबूत थी, लेकिन कुछ खिलाड़ियों की ‘कम मैच फिटनेस’ या ‘लय में कमी’ ने उन्हें मुकाबले में पिछाड़ दिया। यह पहली बार नहीं है जब किसी दिग्गज खिलाड़ी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के शेड्यूल पर आईपीएल के प्रभाव को लेकर चिंता जताई हो। हालांकि, मैक्ग्रा का यह बयान सीधे तौर पर ऑस्ट्रेलिया की हार से जोड़कर देखा जा रहा है, जिससे क्रिकेट जगत में इस बहस को एक नई दिशा मिल सकती है कि क्या खिलाड़ियों को बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट से पहले आईपीएल में खेलने की अनुमति दी जानी चाहिए या नहीं।