जबलपुर: ग्रीष्म कालीन फसल मूंग तथा उड़द की कटाई तथा गहाई का कार्य पूर्ण हो गया है | जिन किसानों ने मटर तथा मक्का की फसल, रबी सीजन में लगाई थी, उन किसानों ने ग्रीष्मकालीन मूंग तथा उड़द की फ़सल इस आशा के साथ लगाई कि उनकी उपज विगत वर्षो की भाँति इस वर्ष भी समर्थन मूल्य पर सरकार द्वारा खरीद कर ली जाएगी। परन्तु उसे समर्थन मूल्य से मंडी में 2000 से लेकर 2500 रुपए तक कम भाव मे बेचने मजबूर होना पड़ रहा है।
ज्ञात हो की सरकार ने इस वर्ष मूंग का समर्थन मूल्य 8768/- तय किया है, जबकी मंडी में भाव औसत भाव लगभग 6200/- है। विगत दिनों कृषि उत्पादन आयुक्त के मूंग न खरीदने के वक्तव्य से किसान सकते में आ गये है। उनमे घबराहट और असंतोष व्याप्त है। पिछले दिनों जबलपुर की पाटन तथा सिहोरा मंडियों सहित महाकौशल की अनेक मंडियो में किसानों को भाव कम मिलने के कारण विरोध प्रदर्शन करने मजबूर होना पड़ा। अब शासन के मूंग खरीद न किये जाने के निर्णय से किसान बहुत दुखी है। भारत कृषक समाज, महाकोशल म.प्र. के अध्यक्ष के के अग्रवाल नें मेल द्वारा भेजे गये पत्र में उक्त बिन्दुओं का उल्लेख करते हुए मुख्य मंत्री से इस एक्ट का परिपालन सुनिश्चित कराने आग्रह किया है।