नयी दिल्ली, (वार्ता) खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 की जिम्नास्टि की स्पर्धाओं में चार पदक जीतकर इतिहास रचने वाली तेलंगाना की निशिका अग्रवाल ने कहा कि माता पिता के साथ और समझदारी से मुझे खेलों में प्रोत्साहन मिला।
17 वर्षीय निशिका केआईवाईजी 2025 में दो स्वर्ण और दो कांस्य सहित कुल चार पदक जीते हैं। उन्होंने ऑल-अराउंड और वॉल्टिंग टेबल में स्वर्ण पदक जीते, जबकि अनइवन बार्स और बैलेंसिंग बीम में कांस्य पदक अपने नाम किए।
पारंपरिक रूप से व्यापार और शिक्षा में रचे-बसे अग्रवाल समुदाय की पृष्ठभूमि से आने वाली निशिका का खेलों में आना एक साहसिक कदम था। उन्होंने साई मीडिया से बातचीत में कहा, “हमारे अग्रवाल समाज में लड़कियों को खेलों में जाने के लिए ज्यादा प्रोत्साहन नहीं मिलता। अगर मेरे माता-पिता का साथ और समझदारी न होती, तो मैं आज यहां न होती। उन्होंने मुझे कभी किसी भी चीज के लिए रोका नहीं और हमेशा मेरा साथ दिया।”
उन्होंने कहा, “मैं समाज की सोच पर कोई निर्णय नहीं देना चाहती, क्योंकि समय के साथ सब बदलता है। अब मुझे लगता है कि स्थिति पहले से बेहतर हो गई है। आज कई युवा अग्रवाल खेलों में आ रहे हैं और मेरे प्रदर्शन को देखकर उन्हें भी प्रोत्साहन मिल रहा है। जब आपके पास समर्थन और संकल्प हो, तो कुछ भी असंभव नहीं।”
तेलंगाना के गॉडियम स्कूल में 12वीं की छात्रा निशिका कहती हैं, “शुरुआत में मैंने जिम्नास्टिक्स सिर्फ मस्ती के लिए शुरु किया था क्योंकि मैं बचपन से ही बहुत सक्रिय रही हूं और स्कूल की सभी गतिविधियों में भाग लेती थी। लेकिन जब पदक आने लगे और मैंने 12 साल की उम्र में मनोज सर से प्रशिक्षण लेना शुरू किया। अब मैं एक प्रोफेशनल की तरह प्रशिक्षण लेती हूं।”