भोपाल। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के विशेष प्रतिनिधि उमेश कुमार शर्मा द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रातीबड़ का दौरा किया गया। इस दौरान उन्होंने संस्था में नागरिकों को दी जा रही सेवाओं की जानकारी ली। आयोग मानव अधिकारों से संबंधित मुद्दों पर जांच, निगरानी, सलाह और रिपोर्ट देने के संबंध में स्वास्थ्य संस्थाओं का मूल्यांकन कर रहा है। मूल्यांकन में जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सिविल डिस्पेंसरी , संजीवनी क्लिनिक का दौरा कर मरीजों एवं हितग्राहियों को दी जा रही सेवाओं का फीडबैक लिया जा रहा है। मूल्यांकन के दौरान मरीजों के अधिकार, भोजन, पेयजल, कूलर, पंखे, बिस्तर, लैबोरेटरी, साफ सफाई, शौचालय , दिव्यांग मरीजों की सुविधा, हितग्राहियों के लिए जागरूकता सत्रों का आयोजन, गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं, मरीज की आवश्यकता के अनुसार निर्धारित समय पर सेवाएं, नियमित फॉलोअप, महिलाओं और बुजुर्गों को दी जा रही सेवाओं की जानकारी ली।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ प्रभाकर तिवारी ने बताया कि राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग द्वारा मरीजों को दी जा रही सेवाओं का मूल्यांकन करवाया जा रहा है। नागरिकों के स्वास्थ्य अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए चिकित्सा सेवाओं के साथ साथ वैलनेस गतिविधियों के अंतर्गत स्वस्थ जीवन शैली, उचित खान-पान, योग प्राणायाम इत्यादि गतिविधियां भी करवाई जाती है, जिससे उनके जीवन गुणवत्ता बेहतर हो सके।
आयोग ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रातीबड़ का दौरा कर परखीं हेल्थ सर्विस
