गाजा, 13 अप्रैल (वार्ता) हमास की सैन्य शाखा अल-क़स्साम ब्रिगेड ने शनिवार को 7 अक्टूबर, 2023 से गाजा पट्टी में बंधक बनाकर रखे गये इजरायली-अमेरिकी बंधक एडन अलेक्जेंडर का एक वीडियो जारी किया है।
वीडियो में, अलेक्जेंडर शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान दिखाई दे रहा था। “मैं यहाँ क्यों हूँ और अपने परिवार और दोस्तों के साथ घर पर क्यों नहीं हूँ?” उसने पूछा।
अलेक्जेंडर जो कैद में रहते हुए 21 साल का हो गया। उसका जन्म इजरायली शहर तेल अवीव में हुआ था और वह अमेरिकी राज्य न्यू जर्सी में बड़ा हुआ था। 2022 में हाई स्कूल से स्नातक होने के बाद, वह सेना में भर्ती होने के लिए इज़रायल लौट आया। 7 अक्टूबर, 2023 को, दक्षिणी इज़राय पर उनके आश्चर्यजनक हमले के दौरान फिलिस्तीनी आतंकवादियों द्वारा उसका अपहरण कर लिया गया था।
वीडियो में अलेक्जेंडर ने अपने संघर्षों को साझा किया और गाजा में चल रहे इज़रायली सैन्य अभियानों के बीच अपनी सुरक्षा के बारे में चिंता व्यक्त की। उन्होंने अपनी रिहाई सुनिश्चित करने में विफल रहने के लिए इजरायल सरकार को भी दोषी ठहराया।
वीडियो के जारी होने के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि उन्होंने अलेक्जेंडर के परिवार से बात की है और उन्हें आश्वासन दिया है कि सभी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए गहन प्रयास जारी हैं। इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम समझौते का पहला छह सप्ताह का चरण 1 मार्च को समाप्त हो गया और दूसरे चरण पर बातचीत रुकी हुई है। 7 अक्टूबर, 2023 के हमले के दौरान पकड़े गए 251 बंधकों में से 59 गाजा पट्टी में कैद हैं। इजरायल का मानना है कि उनमें से 24 अभी भी जीवित हैं। 14 मार्च को हमास ने कहा कि उसने अलेक्जेंडर और चार अन्य बंधकों के शवों को रिहा करने के लिए मध्यस्थों को अपनी सहमति दे दी है।
इजरायली सेना ने 18 मार्च से गाजा में हवाई हमले फिर से शुरू कर दिए हैं। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि नए सिरे से किए गए इजरायली हमलों में अब तक 1,563 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 4,004 अन्य घायल हुए हैं।