सतना: रोगी कल्याण समिति की बैठक लेने के साथ ही अस्पताल की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर सतीष एस द्वारा भले ही परिसर में मंडराने वाले निजी एंबुलेंस संचालकों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए जा चुके हों, लेकिन अस्पताल चौकी अमले पर इसका रत्ती भर भी असर पड़ता दिखाई नहीं दे रहा है. नतीजतन अगले दिन एक ओर जहां निजी एंबुलेंस अस्पताल परिसर में खड़ी नजर आईं वहीं आधा दर्जन से अधिक संचालकों का जमघट लगा रहा.
वहीं घटना से जुड़ी जानकारी सोशल मीडिया पर वाइरल होने पर जब कोतवाल द्वारा फटकार लगाई गई तब कहीं जाकर अस्पताल चौकी पुलिस ने 2 निजी एंबुलेंस संचालकों को पकडक़र सिटी कोतवाली भेजा.कलेक्टर सतीश एस द्वारा अस्पताल का निरीक्षण करने के साथ ही रोगी कल्याण समिति की बैठक ली गई थी. इस दौरान अस्पताल परिसर में निजी एंबुलेंस संचालकों का बढ़ता दखल और दलाली का मामला भी कलेक्टर के संज्ञान में आया था. जिसे गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने कहा कि वे अस्पताल प्रशासन से मामले की पूरी जानकारी लेंगे.
जिसके बाद एसडीएम सिटी के जरिए बॉण्ड ओवर जैसी कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसके बावजूद भी यदि बॉण्ड की शर्तें तोडऩे की घटना सामने आती है तो संबंधित लोगों के विरुद्ध नियमानुसार और कड़ी कार्रवाई की जाएगी. कलेक्टर द्वारा दिए गए कड़े दिशा-निर्देश को देखते हुए यह माना जाने लगा था कि अस्पताल चौकी के स्टॉफ द्वारा परिसर में निजी एंबुलेंस सहित संचालकों के प्रवेश को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा. लेकिन अगले दिन अस्पताल परिसर में न सिर्फ निजी एंबुलेंस धड़ल्ले से खड़ी नजर आई बल्कि आधा दर्जन से अधिक निजी एंबुलेंस संचालक बिना किसी रोक-टोक के अड्डा जमाकर बैठे दिखाई दिए
