नयी दिल्ली 06 (वार्ता) दिल्ली विधान सभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने लोगों से भगवान महावीर के सिद्धांतों को अपनाकर एक शांतिपूर्ण और समरस समाज की ओर बढ़ने की अपील की है।
भगवान महावीर स्वामी के 2624वें जन्म कल्याणक तथा 2550वें निर्वाण महोत्सव के पावन उपलक्ष्य पर विधानसभा परिसर में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘भगवान महावीर गाथा’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्री गुप्ता को कहा कि भगवान महावीर का जीवन और उनकी शिक्षाएँ सम्पूर्ण मानवता के लिए प्रकाशपुंज हैं।
उन्होंने कहा,“‘महावीर गाथा’ जैसे आयोजनों से हमारी सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक विरासत को नयी पीढ़ी तक पहुँचाने में मदद मिलती है। महावीर स्वामी का संदेश केवल धार्मिक नहीं, बल्कि मानवीय और सामाजिक विकास का आधार है। हमें उनके सिद्धांतों को जीवन में अपनाकर एक शांतिपूर्ण और समरस समाज की ओर बढ़ना चाहिए।”
उन्होंने आयोजन समिति, भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव समिति तथा सकल जैन समाज दिल्ली को इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए बधाई दी और कहा कि दिल्ली विधान सभा भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को पूर्ण समर्थन देती रहेगी।
इस मौके पर श्री गुप्ता को ‘कर्मयोगी सम्मान’ से विभूषित किया गया। उन्हें तिलक, माला और प्रशस्ति चिह्न भेंट किया गया। श्री विजेंद्र को प्राप्त हुए प्रशस्ति चिह्न में लिखा गया कि वह सद्भाव, न्याय और अहिंसा के हैं आदर्शों को सशक्त करते हैं, राष्ट्र की सेवा में उनकी निष्ठा प्रेरणादायक है।”
वहीं, श्री गुप्ता ने श्री मुनि महाराज को राजकीय अतिथि के दर्जा से सम्मानित किया मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में विधानसभा उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट उपस्थित रहे। साथ ही जैन समाज के अनेक विशिष्टजन तथा श्रद्धालु भारी संख्या में शामिल हुए।
इस अवसर पर राष्ट्रसंत परमाचार्य श्री 108 प्रज्ञा सागर जी मुनिराज का पावन सान्निध्य प्राप्त हुआ, जिन्होंने भगवान महावीर के सिद्धांतों, अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह, ब्रह्मचर्य और अनेकोंतवाद – पर गूढ़ व प्रेरणादायक प्रवचन दिए। उन्होंने बताया कि भगवान महावीर का संदेश आज के समय में और भी अधिक प्रासंगिक है, जब समाज को शांति, सहिष्णुता और करुणा की अत्यधिक आवश्यकता है।