जबलपुर:बीच सड़क और ढलान वाली सड़क पर बनाए गए ऊंचे, मोटे ब्रेकर…आए-दिन दोपहिया वाहन चालकों को सड़क हादसे का शिकार बना रहे हैं। इसके साथ ही चार पहिया वाहनों के टायर भी इन स्पीड ब्रेकरों में जब पड़ते हैं तो वाहन अनियंत्रित हो जाते हैं। जी हां… हम बात कर रहे हैं नर्मदा रोड पर आदर्श नगर के आगे सांई मंदिर के पास, पोलीपाथर की तरफ , गौरीघाट मार्ग की। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार नगर निगम के अधिकारियों से कहा कि इन स्पीड ब्रेकरों को हटाया जाए लेकिन आज तक ऐसा नहीं हुआ है।
इंडियन रोड की गाइडलाइन के अनुसार स्पीड ब्रेकर की अधिकतक ऊंचाई 4 इंच होनी चाहिए और ब्रेकर के दोनों ओर स्लोप होना चाहिए। लेकिन नगर निगम प्रशासन द्वारा आदर्श नगर से बादशाह हलवाई मंदिर के बीच बनाए गए स्पीड ब्रेकर की ऊंचाई आधा फीट से अधिक है। सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों की माने तो नगर निगम से यातायात इंजीनियर को दरकिनार कर खुद ही मनमर्जी से स्पीड ब्रेकरों का निर्माण कराया है जिससे ऐसी स्थिति उत्पन्न हो रही है। जानकारी के अनुसार नर्मदा रोड पर आदर्श नगर के आगे साई मंदिर के पास पोलीपाथर की तरफ जाने वाली सड़क पर 50-50 मीटर की दूरी पर तीन गतिरोधक बनाए गए हैं।
गौरीघाट मार्ग पर रहता है यातायात दवाब
जानकारी के अनुसार सुबह से शहर में प्रतिदिन बड़ी संख्या में नर्मदा भक्त नर्मदा दर्शन व पूजन करने गौरीघाट जाते हैं जिस कारण सुबह से लेकर रात तक गौरीघाट मार्ग पर यातायात अधिक रहता है। इसके साथ ही इस मार्ग के बीच में कई रहवासी कॉलोनियां भी हैं जिनमें बड़ी तादाद में लोग निवास करते हैं।
कुछ इस तरह है नियम…
–मानकों के हिसाब से स्पीड ब्रेकर का निर्माण होना चाहिए।
–जितने भी स्पीड ब्रेकर मोड पर बनाए गए हैं उन्हें हटाना चाहिए।
–दुर्घटना संभावित इलाकों में सूचना बोर्ड और रिफ्लेक्टिव मार्किंग की जानी चाहिए।
जहां जरूरत वहां नहीं जा रहा ध्यान
गौरीघाट रोड पर बंदरिया तिराहे से पहले गुप्तेश्वर मोड़ के सामने डिवाइडर खुला हुआ है। सिग्नल के पहले खुले इस डिवाइडर के कारण लोगों को परेशानी होती है। यहां पर आए दिन हादसे होते हैं। इसलिए क्षेत्रीय लोग यहां डिवाइडर बनाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है।
