अंकित साहू, रोहित सिंह एवं पवन यादव द्वारा म.प्र. पावर ट्रांसमिशन कम्पनी में 4 लक्जरी कार अटैच करने के नाम पर नई कार क्रय करवाकर अनुबंध पत्र तैयार कर एवं विश्वास में लेकर अवैध लाभ अर्जित करने की नियत से अमानत में खयानत करते हुए 32 लाख रूपए की धोखाधड़ी की गई है जिस पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया था। पुलिस ने अंकित साहू 30 वर्ष निवासी आकाश विहार आई.टी.आई. के पीछे, पवन यादव 38 वर्ष निवासी संजय नगर यादव कालोनी, रोहित सिंह 35 वर्ष निवासी सिद्धबाबा थाना घमापुर, रितेश कुमार कनोैजिया 34 वर्ष निवासी एकता चौक विजय नगर, को गिरफ्तार किया है।
ऐसे करते थे फर्जीवाड़ा
पुलिस के मुताबिक रोहित सिंह 4 वर्ष पहले एस.के. फायनेंस में काम करता था जहॉ उसकी पहचान अंकित व पवन से हुई। उसने एंव अंकित साहू, पवन यादव तथा रीतेश कनौजिया ने मिलकर योजना बनाई । योजना के अनुसार उसका काम एमपीईबी का अधिकारी बनकर बात करना , अंकित एवं पवन कार्य फर्जी अनुबंधपत्र तैयार कराना, रीतेश कनौजिया का काम अनुबंध पत्र पर फर्जी सील लगाकर फर्जी हस्ताक्षर करना था।
पवन एवं अकित एमपीईबी में गाडी लगाने के नाम पर उसके पास ग्राहक लेकर आते थे। जिसके बाद पूरा फर्जीवाड़ा होता था। गिरोह फर्जी अनुबंध पत्र तैयार करते हुये फर्जी सील व हस्ताक्षर कर कमिशन के रूपये लेकर कारे गिरवी रख देते थे। इसके बाद गिरवी रखी कार का रूपए आपस में बांटकर धोखाधड़ी करते थे।