नयी दिल्ली 26 मार्च (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कर्नाटक के पार्टी विधायक एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री बसनगौड़ा पाटिल यतनाल को अनुशासनहीनता के आरोप में बुधवार को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया।
पार्टी की केंद्रीय अनुशासन समिति ने श्री यतनाल के निष्कासन का निर्णय लिया।
आधिकारिक बयान के अनुसार श्री यतनाल को उनके आचरण के संबंध में 10 फरवरी को कारण बताओ नोटिस दिया गया था। उनके जवाब की समीक्षा करने के बाद समिति ने पाया कि उन्होंने पूर्व चेतावनियों के बावजूद लगातार पार्टी अनुशासन की अवहेलना की है। नतीजतन भाजपा नेतृत्व ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निष्कासित करने का फैसला किया है।
श्री यतनाल ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि पार्टी से उनका निष्कासन वंशवाद की राजनीति और भ्रष्टाचार के उनके मुखर विरोध का परिणाम है। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी के भीतर निहित स्वार्थों ने सुधारों और उत्तरी कर्नाटक के विकास के उनके प्रयासों को चुप कराने के लिए उनके निष्कासन की साजिश रची।
श्री यतनाल ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा, “मुझे निष्कासित करने का फैसला भ्रष्टाचार और पारिवारिक राजनीति के खिलाफ मेरी लड़ाई को नहीं रोकेगा। मैं उसी समर्पण और दृढ़ संकल्प के साथ उत्तर कर्नाटक के लोगों के लिए काम करना जारी रखूंगा।”
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और उनके बेटे विजयेंद्र के कट्टर आलोचक श्री यतनाल ने पहले येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली सरकार पर कोविड-19 महामारी के दौरान 40,000 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया था। पार्टी नेतृत्व के खिलाफ अपने विद्रोही रुख के लिए उन्हें पहले भी कई अनुशासनात्मक कार्रवाइयों का सामना करना पड़ा था।