सतना . सड़क किनारे विद्युत पोल पर गमछे से फांसी लगाकर जान देने वाले शक्स के शव को नगर पालिका मैहर के कचरा वाहन में लदवाकर घटनास्थल से अस्पताल के लिए भेजा गया . इस अमानवीय घटना के सामने आने पर स्थानीय प्रशासन, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, स्वयंसेवी संस्थाओं और कारपोरेट घरानों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े होने लगे.
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के अबेर गांव का निवासी गुड्डू कोल पिता देवीदीन कोल उम्र 40 वर्ष होली से पहले अपने परिवार के साथ मैहर के हनुमान टोला क्षेत्र में स्थित ससुराल आया हुआ था. बुधवार की दोपहर लगभग साढ़े 12 बजे वह अचानक घर से बाहर निकल गया. कुछ समय बीतने के बाद गुड्डू को गोला मठ मंदिर के निकट सड़क किनारे विद्युत पोल पर गमछे के फंदे पर झूलता पाया गया. मार्ग से होकर गुजर रहे राहगीरों ने जब किसी व्यक्ति को फंदे पर लटके हुए देखा तो फौरन घटना की सूचना देवी जी चौकी प्रभारी महेंद्र पाण्डेय को दी. मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा आस पास के लोगों से पूछताछ करते हुए मृतक की पहचान करने का प्रयास किया गया. कुछ देर बाद जब मृतक की पहचान हो गई तो उसके परिजन भी मौके पर पहुंच गए. गुड्डू को इस हाल में देखकर परिजनों के बीच कोहराम मच गया. मौके पर मौजूद पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई पूरी करने के बाद नगर पालिका मैहर के एक कचरा वाहन को मौके पर बुलाया. जिस पर शव को लदवाकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल मैहर भेज दिया गया. कचरा वाहन में शव को लदवाता देख परिजन भी बुरी तरह आक्रोशित नजर आने लगे. लेकिन गुड्डू की मौत से मचे करुण क्रंदन के बीच वह आक्रोश कहीं दबकर रह गया. इस मामले को संज्ञान में लेते हुए सीएसपी राजीव पाठक ने एक ओर जहां मौके पर मौजूद रहे आरक्षक को लाइन अटैच किए जाने की अनुसंशा कर दी, वहीं दूसरी ओर देवी जी चौकी प्रभारी से स्पष्टीकरण मांगा.
बताया मानसिक विक्षिप्त
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में परिजनों ने बताया कि गुड्डू पिछले कुछ समय से आधे दिमाग का हो गया था. जिसके चलते झाड़-फूंक कराने के लिए परिजन उसे लेकर मैहर आए थे.