जबलपुर: जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग और सामाजिक सेवा करने वाले विभिन्न एनजीओ के संयुक्त प्रयास से जबलपुर में यह अहम प्रयास होगा जब सामान्यत: रद्दी में बेचे जाने वाली कीमती किताबों को एकत्रित कर पुस्तक मेले में बुक बैंक के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। सामान्यत: देखा जाता है कि परीक्षा खत्म होने के बाद छात्रों की पुरानी किताबें अक्सर रद्दी में बेच दी जाती थीं। लेकिन कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर जिला प्रशासन की एक टीम इन किताबों को संग्रहित करने में जुटी है जिससे छात्र-छात्राओं को पुस्तक मेले में लगे बुक बैंक से किताबें मिल सकें।
जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी के अनुसार जबलपुर में करीब 4 लाख विद्यार्थी अध्ययनरत हैं इनमें से करीब 2 लाख विद्यार्थी निजी स्कूलों में पढ़ाई कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार बुक बैंक की स्थापना का मुख्य उद्देश्य उन छात्र-छात्राओं की मदद करना है जो मंहगी व नई किताबें खरीदने में असमर्थ हैं। इसके लिए एनजीओ के सदस्य स्कूलों में जाकर बच्चों से पुरानी पुस्तकें एकत्र कर रहे हैं।
25 मार्च से 5 अप्रैल तक लगेगा पुस्तक मेला
25 मार्च से शहीद स्मारक परिसर में पुस्तक मेले का आयोजन किया जा रहा है। पुस्तक मेले को सफल बनाने के लिए कलेक्टर दीपक सक्सेना ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिषेक गहलोत को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। और सम्पूर्ण व्यवस्था के लिये जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है। विदित हो कि पुस्तक मेला शहीद स्मारक परिसर में 25 मार्च से 5 अप्रैल तक लगेगा। शनिवार , रविवार को दोपहर 12 बजे से रात 10 बजे तक और बाकी दिनों में शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक आयोजित किया जाएगा। पुस्तक मेले को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दीं हैं।