भोपाल। परिवहन विभाग के पूर्व करोड़पति कांस्टेबल सौरभ शर्मा की अनुकम्पा नियुक्ति को लेकर कांग्रेस के उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे के सवाल पर परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह ने पूर्व परिवहन मंत्री को क्लीनचिट दे दी है. दरअसल सौरभ शर्मा मामले पर कांग्रेस के उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने सौरभ की अनुकम्पा नियुक्ति को लेकर परिवहन मंत्री पर सवाल उठाए थे जिस पर सिंह ने कटारे को कहा की परिवहन आरक्षक की भर्ती नियम अनुसार ही हुई थी.जिसमे तत्कालीन मंत्री द्वारा कोई हस्तक्षेप नहीं हुआ. सौरभ की नियुक्ति का आवेदन ग्वालियर कलेक्टर के द्वारा 12 अगस्त 2016 परिवहन आयुक्त को प्राप्त हुआ था. परिवहन मंत्री ने यह भी बताया कि यदि मूल विभाग में अनुकंपा नियुक्ति के लिए पद नहीं होता, तो स्थानीय कलेक्टर नियम 8.1 के तहत पहले संविदा शाला शिक्षक पद का प्रस्ताव भेजते हैं। सौरभ के मामले में तत्कालीन कलेक्टर ने परिवहन आयुक्त को प्रस्ताव भेजा था। कटारे ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब स्वास्थ्य विभाग में पद नहीं था, तो बाकी 50 से अधिक विभागों को छोड़कर सिर्फ परिवहन विभाग में ही नियुक्ति क्यों की गई?
पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने नियुक्ति को पूरी तरह से गलत ठहराया है, उन्होंने कहा कि आरक्षक की नियुक्ति में न तो मंत्री का अनुमोदन लगता है, न ही मैंने अनुशंसा की, न ही मैंने उसमें लिखा कि इस पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करें, न ही मैंने यह लिखा कि इसमें आदेश करें, तो मैंने कहां गलत कर दिया, यह उसकी नोटशीट है. लेकिन, मेरे ऊपर आरोप लगाया गया है कि सौरभ शर्मा की नियुक्ति मेरी अनुशंसा से हुई.उन्होंने कहा की मेरे पास मेरे कार्यालय में एक व्यक्ति का आवेदन आया था, उस आवेदन में उन्होंने जो भी लिखा होगा. मेरे ऑफिस से लिखकर गया कि संबंधित आवेदन प्राप्त हुआ है. संबंधित आवेदन में विभाग का क्या अभिमत है, वह अभिमत मुझे दें. इसमें मेरी ओर से नियुक्ति कैसे हो गई?