राज्य सरकार में रेलवे की यात्री सुविधाओं, सुरक्षा-संरक्षा में सुधार की मांग की सदस्यों ने

नयी दिल्ली, 17 मार्च (वार्ता) विपक्षी सदस्यों ने सोमवार को राज्य सभा में रेलवे में यात्री सुविधा के स्तर में गिरावट के आलोचना की और खान-पान तथा डिब्बों में सफाई के साथ संरक्षा तथा सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया।

रेलवे मंत्रालय के काम-काज पर दूसरे दिन की चर्चा में भाग लेते हुए सदस्यों ने रेलमंत्री से अपने-अपने राज्यों के विभिन्न स्थानों के लिए रेल सुविधाएं बढ़ाने की मांग रखी। पिछले सप्ताह इस विषय पर चर्चा अधूरी रही थी।

पिछले सप्ताह शुरू हुई चर्चा को आज आगे बढ़ाते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संजय सेठ ने रेलवे में बुनियादी सुविधाओं को मजबूत और आधुनिक बनाने के लिए वर्तमान सरकार के विभिन्न कामों को सराहनीय बताया। उन्होंने कहा कि रेलवे आज जिस गति से काम हो रहा है, जिस तरह वंदेभारत और अन्य अच्छी गाड़ियों का परिचालन किया जा रहा है, सुरक्षा बढ़ाने के काम किए जा रहे हैं, वह अभूतपूर्व है।

अन्नाद्रमुक के डॉ एन तंबी दुरै ने रेलवे में साफ सफाई तथा यात्रियों दिए जाने वाले भोजन जैसी सेवाओं और सुविधाओं में गिरावट की शिकायत की। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि रेलवे के हर डिब्बे में यात्रियों और विशेष रूप से महिलाओं की सुरक्षा के लिए हर डिब्बे में विशेष सुरक्षा कर्मी या पुलिस कर्मी तैनात करने के बारे में विचार किया जाना चाहिए।

भाजपा के अखिलेश कुमार ने हाल में सम्पन्न प्रयागराज महाकुम्भ में प्रस्तावित 13,000 की जगह 17 हजार विशेष रेलगाड़ियां चलाने और करोड़ों तीर्थयात्रियों को संभालने के रेलवे के काम के लिए रेलवे नेतृत्व की सराहना की।

उन्होंने उत्तर प्रदेश में शाहजहांपुर से नयी दिल्ली के बीच वंदेभारत ट्रेन चालू किए जाने और शाहजहांपुर में डिब्रूगढ़ राजधानी का ठहराव दिए जाने का अनुरोध किया।

उन्होंने कहा कि शाहजहांपुर में रेलवे के पास बहुत बड़ी जमीन का उपयोग नहीं हो रहा है जिसे वहां की नगरपालिकों को हस्तांतारित कर दिया जाना चाहिए।

आईएनडी के अजित कुमार भुइयां ने आरोप लगाया कि पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलवे भारतीय रेल के सबसे पुराने डिवीजनों में है, लेकिन उसके साथ सौतेला व्यवहार होता रहा है। उन्होंने रेलवे के ग्रुप दो और तीन की सेवाओं में असम से समुचित अनुपात में भर्तियां नहीं होने की शिकायत भी की।

भाजपा के नरहरि अमीन के कहा कि पिछले 10 साल में रेलवे का बजट चार गुना हो गया है। रेलवे की अवसंरचान सुविधाओं में विस्तार, विद्युतीकरण और रेल सेवाओं में सुधार के क्षेत्र में सरकार के कामकाज की सराहना की।

भाजपा के राजीव भट्टाचार्य ने विकसित भारत के लक्ष्य में वंदेभारत रेलगाड़ियों के की संख्या में लगातार वृद्धि और उनके नेटवर्क में विस्तार के लिए सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के समय में पूर्वोतर में रेल नेटवर्क का विस्तार हुआ है और अगरतला पहली बार रेलवे नेटवर्क से जुड़ा है।

तमिल मानिला कांग्रेस (एम) के जीके वासन ने रेलवे को आर्थिक विकास , सांस्कृति और पर्यटन की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण उपक्रम बताया।

उन्होंने रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए किए गए कामों को सराहनीय बताया और कहा कि लोग देश में पहली बुलेट ट्रेन की शुरुआत होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

उन्होंने कुंभकोण -2028 के लिए रेलवे सुविधाओं के आधुनिकीकरण और वहां के लिए नयी रेले शुरू करने की मांग की।

रामेश्वर तेली ने रेल मंत्री को एक ऊर्जावान मंत्री बताते हुए कहा कि पिछली राजग के समय में रेलवे की सुरक्षा के लिए 2013-14 में 40 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था और इस बार के बजट में यह राशि बढ़ा कर 1.16 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है। उन्होंने विस्टा डोम ट्रेन, आधुनिक स्टेशनों के विकास तथा विद्युतीकरण के क्षेत्र में इस सरकार के कार्यकाल में उल्लेखनीय प्रगति का उल्लेख किया।

श्री तेली ने गुवाहाटी से डिब्रुगढ़ के बीच बंदे भारत ट्रेन जल्द चलाने की मांग की। दुलिया जान में राजधानी एक्सप्रेस के स्टापेज की मांग भी की।

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के एए रहीम ने कहा कि रेलवे में सुरक्षा को अधिक गंभीरता से लेने की मांग की । उन्होंने कहा कि इसके लिए उपकरण और मानव शक्ति दोनों उचित समन्वय रखने की जरूरत है। उन्होंने रेलवे में लोकाे पायलट के 20,000 पद खाली होने की बात करते हुए कहा कि इससे वर्तमान कार्यबल पर दबाव बढ़ता है जो सुरक्षा के लिए ठीक नहीं है। पिछले पांच साल में रेलवे की लापरवाही के कारण 360 से अधिक रेल कर्मियों की जान गयी है।

उन्होंने कहा कि केरल में रेलवे में मांग के अनुरूप रेलगाड़ियों की संख्या और रेल अवसंरचना का विस्तार नहीं किया गया है।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पीपी सुनीर ने रेलवे में दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वंदेभारत ट्रेनों के चालू किए जाने की खबरें सुर्खियों में रहती है पर गाड़ियों में क्षमता से अधिक भीड़ा पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

उन्होंने रेलवे में उद्घाटनाें और व्यक्तियों के प्रचार की संस्कृति की आलोचना कहा कि रेलवे जनता की सेवा के लिए किसी की राजनीति के लिए नहीं।

भारतीय जनता पार्टी के डाॅ के़ लक्ष्मण ने कहा कि नयी रेल लाइनें बिछाई जा रही है। तेलंगाना पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आजादी के 75 साल बाद रेल व्यवस्था में आमूल चूल परिवर्तन किया जा रहा है। नये क्षेत्रों में रेल पहुंच रही हैं और नये रेलवे स्टेशन बनाये जा रहे हैं।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की डाॅ फौजिया खान ने कहा कि रेल गरीबों की यात्रा का साधन है। सरकार को इसका भी ध्यान रखा जाना चाहिए। उच्च श्रेणी की रेल में भी साफ सफाई का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। रेल के आधुनिकीकरण में वंचित तबके का ध्यान रखा जाना चाहिए।

बहुजन समाज पार्टी के रामजी ने कहा कि रेल दुर्घटना में बढोतरी हो रही है। रेल का समय का पाबंद होना जरुरी है, लेकिन यह संभव नहीं हो पा रहा है। मिजोरम नेशनल फ्रंट के के वेंलेल्वना ने कहा कि दूर-दराज के क्षेत्रों में रेल सेवा काे मजबूती दी जानी चाहिए। यह राष्ट्रीय एकीकरण का बेहतर तरीका है।

झारखंड मुक्ति मोर्चा के डाॅ सरफराज अहमद ने कहा कि रेल व्यवस्था का जनता की आवश्यकताओं को देखते हुए व्यापक अध्ययन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को आरोप प्रत्यारोप से बचना चाहिए और जन कल्याण पर जोर देना चाहिए।

भारतीय जनता पार्टी के मिशन रंजन दास ने कहा कि मोदी सरकार ने रेल लाइन का विस्तार किया है। सरकार पूर्वोत्तर पर विशेष जोर दे रही है। पूर्वोत्तर के सभी राज्यों की राजधानियों को रेल संपर्क से जोड़ने का काम चल रहा है। भारत राष्ट्र समिति के रविचंद्र वद्दीराजू ने तेलंगाना के विभिन्न जिलों को रेल मार्ग से जोड़ने की मांग की।

राष्ट्रीय लोकमंच- आरएलएम के उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि रेलवे की भर्ती में गड़बड़ियों को रोका जाना चाहिए। युवाओं का भरोसा व्यवस्था टूट रहा है। सरकार को इसके लिए उचित प्रबंध करने चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना के समय बंद किये गये हाल्ट को फिर से शुरु किया जाना चाहिए। तृणमूल कांग्रेस के रीताब्रता बनर्जी ने कहा कि रेल को अपना विस्तार करना चाहिए। सरकार को समर्पित रेललाइन पर बुलेट ट्रेन चलाने का विचार नहीं करना चाहिए।

भारतीय जनता पार्टी के धैर्यशील मोहन पाटिल ने कहा कि रेल संपर्क का तेजी से विस्तार हो रहा है। रेल का विकास समाज की प्रगति से जुड़ा।

Next Post

औरंगजेब कब्र विवाद : नागपुर में औरंगजेब का पुतला फूंकने के बाद भड़की हिंसा

Mon Mar 17 , 2025
नागपुर 17 मार्च (वार्ता) औरंगजेब कब्र विवाद में महाराष्ट्र के नागपुर के महल इलाके में सोमवार रात 8:30 बजे दो पक्षों में हिंसा हो गई। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने औरंगजेब का पुतला फूंका था, इसके बाद हिंसा भड़की। अधिकारियों ने बताया कि अफवाह फैली कि प्रदर्शनकारियों ने पुतले के […]

You May Like