इसमें पार्षदों और अधिकारियों से हर वार्ड की पेयजल व्यवस्था और जल वितरण की डिमांड मांगी गई है. शहर 45 नए स्थानों पर हाइड्रेंट बनाए जाएंगे. जहां नर्मदा का पानी सप्लाय हो रहा है, उस क्षेत्र के बगीचों और ड्रेनेज सफाई व्यवस्था पर नर्मदा पानी के उपयोग पर प्रतिबंध रहेगा. सिर्फ पेयजल के लिए पानी का सप्लाय होगा. जहां नर्मदा लाइन नहीं है, उन स्थानों पर जगह तय करके बोरिंग किए जाएंगे. बोरिंग सूखने या पानी की पर्याप्त उपलब्धता नहीं होने पर टैंकर से पानी वितरण किया जाएगा.
कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा
महापौर ने कहा कि हमारा प्लान है कि इस बार ज्यादा टैंकर से पानी वितरण की बजाय स्थाई बोरिंग और नर्मदा लाइन से ही पानी की आपूर्ति हो. विपक्ष या कांग्रेस के वार्डो में कोई भेदभाव नही किया जाएगा. पूरे शहर के जनता हमारी है और पानी की समस्या किसी को नहीं हो, यहीं हमारा लक्ष्य है और सोच भी है.