इंदौर: मेट्रो ट्रेन की अंडर ग्राउंड लाइन का काम 20 मार्च के बाद शुरू होगा. अंडर ग्राउंड लाइन खोदने का काम एयरपोर्ट की तरफ से किया जाएगा. उक्त मेट्रो लाइन रीगल चौराहे तक अंडर ग्राउंड रहेगी, जो करीब 8 किलोमीटर लंबी होगी. यह मेट्रो की पीली लाइन की रिंग हिस्सा है.रंगपंचमी के बाद इंदौर मैट्रो यलो लाइन की एयरपोर्ट तरफ से अंडर ग्राउंड खुदाई का कार्य शुरू हो जाएगा.
अंडर ग्राउंड लाइन डालने का ठेका टाटा और बिड़ला समूह की कंपनी ने संयुक्त रूप से मिलकर लिया है. 8 किलोमीटर लंबी लाइन डालने का ठेका 2208 करोड़ में दिया गया है. यह कार्य डेढ़ सेल पूरा होगा. एयरपोर्ट से रीगल चौराहे तक मैट्रो अंडर ग्राउंड लाइन जमीन से करीब 7 से लेकर 21 मीटर तक नीचे डाली जाएगी. करीब 22 फीट से लेकर 75 फीट तक गहराई में ट्रेन चलेगी. हालांकि उक्त लाइन को शुरू होने में अभी भी तीन साल का समय लगने की संभावना है.
आठ किलोमीटर में 8 स्टेशन
एयरपोर्ट से रीगल चौराहे तक 8 किलोमीटर लंबी अंडर ग्राउंड लाइन में आठ स्टेशन होंगे. करीब हर स्टेशन के बीच 1 किलोमीटर के दूरी होगी. आठ स्टेशन में कालानी नगर, बड़ा गणपति, मल्हारगंज थाना, राजबाड़ा, कोठारी मार्केट और रीगल चौराहा प्रमुख स्टेशन होंगे.
30 किलोमीटर की रिंग में अभी पलासिया से हाईकोर्ट तक उलझा है मामला
शहर में मैट्रो ट्रेन चलाने की बात भले ही की जा रही है. गांधी नगर से टीसीएस चौराहे कमर्शियल रन शुरू भी अगले कुछ दिनों में शुरू हो जाएगा. गांधी नगर से आगे खजराना चौराहे तक लाइन भी डल चुकी है, लेकिन अभी स्टेशन का काम बहुत बाकी है. पलासिया से हाईकोर्ट तक एलिवेटेड लाइन की जगह अंडर ग्राउंड लाइन डालने को लेकर मामला उलझा हुआ है. एलिवेटेड लाइन का टेंडर हो चुका है और अंडर ग्राउंड लाइन में 1800 करोड़ रुपए की लागत बढ़ रही है. वहीं केंद्र सरकार उक्त हिस्से का नोटिफिकेशन कर चुका है. इस मामले में राज्य सरकार फैसला नहीं कर पा रही है