अजय सिंह राहुल ने कहा कि यह सब चिरायु हॉस्पिटल भोपाल के मुख्य चिकित्सक डॉ.अजय गोयनका तथा उनके टीम द्वारा ही संभव हो पाया है। जिससे हजारों गरीब, असहाय रोगी लाभान्वित हुए हैं। डॉ.गोयनका बिना किसी स्वार्थ के शिविर में अपनी सेवाएं देते हैं, उनके दिल में चुरहट सीधी का विशेष स्थान है। शिविर में चिरायु हॉस्पिटल भोपाल के लगभग 280 डॉक्टर, नर्स, टेक्नीशियन अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
आज प्रथम दिवस 4 हजार से ज्यादा रोगियों का पंजीयन किया गया। जिनमें से लगभग साढ़े चार सौ चिन्हित रोगियों को सघन जांच तथा उपचार के लिए चिरायु हॉस्पिटल रेफर किया गया है। शिविर स्थल में ही सभी रोगियों तथा उनके सहायकों के लिए भोजन व्यवस्था की गई है। पंजीयन से लेकर जांच, उपचार, दवा वितरण के लिए पृथक-पृथक 30 कक्ष बनाए गए हैं। महिला पुरुष रोगियों के जांच की अलग -अलग व्यवस्था की गई है। रोगियों के मदद के लिए सैकड़ो वॉलिंटियर तैनात किए गए हैं।
चुरहट मेरे घर जैसा: डॉ.गोयनका
चिरायु हॉस्पिटल भोपाल के प्रमुख डॉक्टर अजय गोयनका ने शिविर के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि वह जब भी चुरहट आते हैं उन्हें घर जैसा लगता है। यहां अनगिनत जाने पहचाने चेहरे हैं जो राहुल भैया की कृपा से किसी न किसी तरह मुझसे जुड़े हैं। मैंने उन्हें यथासंभव चिकित्साकीय सेवाएं दी हैं और जब उन्हें स्वस्थ देखता हूं तो मुझे बहुत आत्मसंतोष होता है। मेरे लिए यह गौरव की बात है कि अर्सा पहले स्वर्गीय दाऊ साहब अर्जुन सिंह जी को जब पहली मर्तबा हार्ट का दौरा पड़ा तो उनके उपचार सेवा का सौभाग्य मुझे मिला