विदित हो कि ईओडब्ल्यूकी पांच टीमों ने एक साथ गोपनीय तरीके से छापेमारी की थी। जिसमें धान उपार्जन में हेराफेरी के साथ भारी गड़बडिय़ां पकड़ी गई थी। जांच में जबलपुर, डिण्डौरी, बालाघाट की कुल 21 समितियों की जाँच पर मात्रा 14567.59 क्विंटल धान का उपार्जन अधिक किया जाना दर्शाकर राशि तीन करोड पैतीस लाख पांच हजार चार सौ सन्तावन का गबन पाया गया था।
जबलपुर की 3, बालाघाट की 7, डिंडौरी की 1 और परसवाड़ाघाट की 17 समितियों की जांच में यह हेराफरी उजगार हुई थी। उप पुलिस अधीक्षक मंजीत सिंह ने बताया कि मामले की जांच जारी है। जब्त किए गये दस्तावेजों की पड़ताल की जा रही है। इस घपले में कौन-कौन शामिल है इसका पता लगाया जा रहा है विस्त़ृत जांच के बाद संबंधितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जायेगी।