नगर निगम से जुड़े दस्तावेज जब्त
फर्जी बिल का घोटाला पहुंचा सवा सौ करोड़ तक
इंदौर. नगर निगम में हुए ड्रैनेज के फर्जी बिल के सौ करोड़ से ज्यादा के घोटाले के आरोपियों के घर रविवार को पुलिस ने छापामार कार्रवाई की है. अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे और घरों में तलाशी ली. इस दौरान पुलिस को दस्तावेज और गाड़ियां हाथ लगी है. वहीं सभी आरोपी अभी पुलिस गिरफ्तार से बाहर है.
जानकारी के अनुसार पुलिस टीम सर्वप्रथम आरोपित राहुल वढेरा के घर निपानिया स्थित डीबी सिटी अप टाउन पहुंची थी. उनके साथ नगर निगम के अफसर भी थे. यहां राहुल का आलीशान बंगला है. पुलिस ने तलाशी ली और उसके घर दस्तावेज व दो गाड़ियां जब्त की. राहुल के साथ उसकी पत्नी रेणु की भी तलाश है. इसके बाद टीम मदीनानगर पहुंची और आरोपित मोहम्मद सिद्दीक, मोहम्मद साजीद और मोहम्मद जाकिर के घरों की तलाश ली. ठेकेदारों के विदेश भागने की आशंका के चलते पुलिस रेड कार्नर नोटिस भी जारी करेगी.
कर दिया है ब्लैक लिस्ट
निगमायुक्त शिवम वर्मा ने ठेकेदार फर्मों को ब्लैक लिस्टेड कर खातों पर रोक लगा दी है. पुलिस ने 28 करोड़ के ड्रेनेज घोटाले में नींव कंस्ट्रक्शन के मोहम्मद साजिद, ग्रीन कंस्ट्रक्शन के मोहम्म सिद्दीकी, किंग कंस्ट्रक्शन के मोहम्मद जाकिर, क्षितिज इटरप्राइजेस की रेणु वडेरा और जान्हवी इंटरप्राइजेस के राहुल वडेरा के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है.
अग्रिम जमानत का आवेदन खारीज
इन दोनो ठेकेदारों ने कोर्ट में अग्रिम जमानत का आवेदन भी दिया था, जो खारिज हो चुका है. गौरतलब है कि 28 करोड़ का ड्रेनेज घोटाला 100 करोड़ के आसपास पहुंच चुका है. नगर निगम ने विभागीय जांच शुरू कर दी है. फिलहाल इस मामले में बड़े अफसरों पर कोई गाज नहीं गिरी है. अकाउंट सेक्शन के दो कर्मचारियों को हटाकर ट्रेंचिंग ग्राउंड भेज दिया हैै. दोनो कर्मचारियों की सांठ-गांठ से बिल शाखा तक पहुंचे थे. घोटाले की फाइलें भी चोरी हो चुकी है. अफसर सफाई दे रहे कि फाइलों पर उनके हस्ताक्षर फर्जी है.