नई दिल्ली, 06 मार्च (वार्ता) इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) फाइनेंसिंग एवं और परिसंपदा प्रबंधन कंपनी इलेक्ट्रिफाई मोबिलिटी ने अपना नाम बदलकर एस्ट्रानोवा मोबिलिटी कर लिया है, जो कंपनी के ईवी से आगे बढ़कर संधारणीय (सस्टेनेबल) गतिशीलता में क्रांति लाने के विजन को दर्शाता है।
कंपनी ने गुरुवार को बयान जारी कर बताया कि सड़कों पर 20 हजार से अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों की मौजूदगी के साथ एस्ट्रानोवा मोबिलिटी भारत में ईवी परिसंपत्तियों के सबसे बड़े परिनियोजनकर्ताओं में से एक बन गई है। कंपनी ने अगले पांच वर्षों में सस्टेनेबल ट्रांसपोर्ट एसेट्स में एक अरब डॉलर (लगभग 8,300 करोड़ रुपये) के निवेश का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है।
कंपनी ने बताया कि वर्ष 2024 की शुरुआत में एस्ट्रानोवा मोबिलिटी ने ईवी फंडिंग श्रेणी में सबसे बड़े सीड फंडिंग राउंड में से एक में 24 करोड़ रुपये जुटाए। इस फंडिंग का नेतृत्व एशियाई विकास बैंक (एडीबी) वेंचर्स और एडवांटेज जैसे प्रमुख निवेशकों ने किया।
कंपनी के सह-संस्थापक और सीईओ कुणाल मुंद्रा ने कहा, “एस्ट्रानोवा मोबिलिटी में बदलाव हमारी विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह भारत के मोबिलिटी परिदृश्य को बदलने और देश को नेट-जीरो लक्ष्य हासिल करने में मदद करने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। पिछले 18 महीनों में हमने ईवी अपनाने की मुख्य चुनौतियों का समाधान करने पर ध्यान केंद्रित किया है जो बेड़े संचालकों, वित्तपोषकों और ओईएम को समान रूप से सशक्त बनाती है।”
एस्ट्रानोवा मोबिलिटी सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहनों तक सीमित नहीं रहेगी बल्कि हाइड्रोजन जैसी नई तकनीकों को भी अपनाने और विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी का मानना है कि सहयोग, नवाचार और दृढ़ संकल्प के साथ, वह सस्टेनेबल ट्रांसपोर्ट के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
ईवी के बढ़ते पोर्टफोलियो और प्रमुख वित्तीय संस्थानों और ओईएम के साथ रणनीतिक साझेदारी के साथ, एस्ट्रानोवा मोबिलिटी अपने कार्यान्वयन और उद्योग विशेषज्ञता के माध्यम से बाजार की महत्वपूर्ण जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार है।