जैसलमेर, 26 फरवरी (वार्ता) राजस्थान में बाड़मेर के गड़रा रोड क्षेत्र से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा के सामने पाकिस्तान अपने क्षेत्र में अपनी सैन्य शक्ति में इजाफा करते हुए बड़े पैमाने पर बंकरों का निर्माण कर रहा है।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के सूत्रों ने बुधवार को बताया कि पाकिस्तान द्वारा दो बंकरों का निर्माण पानी के स्टोरेज की आड़ में अंतरराष्ट्रीय सीमा से 150 गज के भीतर नो मेन्स लेंड में किये जाने को लेकर बीएसएफ ने आपत्ति जताते हुए कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
हालांकि फ्लैग मीटिंग में पाकिस्तान ने दावा किया कि निर्माण 150 गज के भीतर नहीं था। उन्होंने यह भी दावा किया कि वे जवानों के लिए एक वाटर टैंक बना रहे थे, और यह कोई बंकर या अवलोकन चौकी नहीं थी। बीएसएफ द्वारा निर्माण स्थल की माप पर जोर दिया है। पाकिस्तान के रेंजर्स फिलहाल इसके लिये तैयार नहीं हुए।
बीएसएफ बाड़मेर सेक्टर के उपमहानिरीक्षक रामकुमार बसट्टा ने पाकिस्तानी रेंजर्स द्वारा अंतरराष्ट्रीय सीमा के 150 गज के अंदर कराए गए बंकर निर्माण की पुष्टि करते हुए कहा कि इसका कड़ा विरोध किया गया है। यह निर्माण दोनों देशों के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र के बनाये गए नियमों एवं कानून कायदों का पूरी तरह उल्लंघन है। कमांडर स्तर की आयोजित फ्लैग मीटिंग में पाकिस्तानी रेंजर्स को इसका कड़ा विरोध दर्ज कराया है। आगामी कमाण्डेन्ट स्तर की बैठक में भी इस अत्यंत गंभीर मुद्दे को उठाया जाएगा।
दूसरी ओर, इसके जवाब में बीएसएफ ने अपनी सुरक्षा मजबूत करने के लिए पाकिस्तान के विवादित बंकर के सामने एक नये बंकर के निर्माण कराने का निर्णय लिया है। बल के अधिकारियों ने पूरे क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी है और जवानों को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
उधर बीएसएफ के उच्च अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार बाड़मेर के गडरा रोड से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा के सामने सीमा पार पाकिस्तान अपने क्षेत्र में अपनी सामरिक ताकत को और मजबूत करने में जुटा है। पाकिस्तान द्वारा पूरे सीमा क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों में विभिन्न स्थानों पर करीब 25 से ज्यादा बंकरों का निर्माण किया गया है, लेकिन गत दिनों पाकिस्तान द्वारा दो ऐसे बंकर बनाने शुरू किये जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से 150 गज के अंदर ही थे।
फिलहाल बीएसएफ पूरे सीमा क्षेत्र में पैनी निगाह रखे हुए है। चौकसी भी बढ़ा दी गयी है।
