भिंड, 22 फरवरी (वार्ता) मध्यप्रदेश के भिंड में सड़क हादसों को देखते हुए यातायात पुलिस ने आज शाम बसों की चेकिंग अभियान चलाया, जिसमें कई बसों के इमरजेंसी गेट लॉक मिले, जबकि अधिकांश बसों से फायर उपकरण गायब थे। इसी दौरान एक बस बिना फिटनेस प्रमाण पत्र के सड़क पर दौड़ती मिली। अभियान के तहत 37 बसों से 32 हजार रुपए का जुर्माना वसूला गया।
यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए शुरू किए गए इस अभियान के दौरान कई बस ऑपरेटर अपनी गाड़ियां लेकर भाग खड़े हुए। इनमें वे बसें भी शामिल थीं, जो आरटीओ के नियमों को दरकिनार कर बिना परमिट के दौड़ रही थीं। चेकिंग से बचने के लिए कुछ बस संचालकों ने यात्रियों को शहर से बाहर ही उतार दिया। इस दौरान मुख्य रूप से बस स्टैंड पर चेकिंग अभियान चलाया गया।
यातायात प्रभारी अधिकारी राघवेंद्र भार्गव ने बताया आज 50 से अधिक बसों की जांच की गई। अधिकांश बसों के चालक और परिचालक बिना ड्रेस के मिले। कई बसों में फस्ट एंड बॉक्स गायब थे, जबकि कुछ बसों में सिर्फ 250 से 500 ग्राम के फायर सिलेंडर ही मौजूद थे। वहीं, ज्यादातर बसों में फायर सिलेंडर नहीं मिले। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि कई बसों के इमरजेंसी गेट लॉक थे। कुछ बसों में तो सीट संख्या बढ़ाने के लिए इमरजेंसी गेट के सामने स्थायी रूप से सीटें लगवा दी गई थीं, जिससे यात्रियों की सुरक्षा खतरे में थी।
अभियान के दौरान अधिकांश बसों के पॉल्यूशन कार्ड और बीमा दस्तावेज सही पाए गए, लेकिन एक बस ऐसी भी मिली, जिसे खराब हालत के कारण आरटीओ से फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं मिला था, फिर भी वह सड़क पर दौड़ रही थी।
चेकिंग अभियान के दौरान यातायात प्रभारी अधिकारी राघवेंद्र भार्गव ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ये बसों की चेकिंग की गई है। ट्रैफिक पुलिस समय समय पर चेकिंग करती है। बसों में खामियां मिली है। उन्हें दुरूस्त कराया जाएगा। 37 बसों पर जुर्माने की कार्रवाई की गई है।