
कोलकाता, 20 फरवरी (वार्ता) कोयला सचिव विक्रम देव दत्त ने बुधवार को कहा कि कोयला ब्लाकों की आगामी नीलामी में भूमिगत खनन का अपना स्थान होगा जो कोयला निकासी का एक स्वस्थ और कुशल दृष्टिकोण प्रदान करेगा तथा जिससे पर्यावरण को नुकसान भी कम से कम होगा।
श्री दत्त कोयला मंत्रालय द्वारा कोयला क्षेत्र और वाणिज्यिक कोयला खदानों की नीलामी में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए आयोजित एक रोड शो को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
श्री दत्त ने कहा कि सरकार देश में कोयला संसाधनों की अप्रयुक्त क्षमता के व्यावसायिक उपयोग के लिए सुधारों और कोयला क्षेत्र में स्वस्थ विकास को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने विभिन्न राज्य सरकारों और पर्यावरण और वन मंत्रालय सहित विभिन्न मंत्रालयों के साथ मंत्रालय के सक्रिय समन्वय का भी उल्लेख किया, ताकि प्रारंभिक मंजूरी में तेजी लाई जा सके और रेल मंत्रालय के माध्यम से रसद सहायता बढ़ाई जा सके।
मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार कोयला सचिव ने कहा, “ आगामी नीलामी में भूमिगत खनन का अपना स्थान होगा, जो पर्यावरणीय प्रभाव को कम करते हुए कोयला निकासी के लिए एक टिकाऊ और कुशल दृष्टिकोण प्रदान करेगा।” उन्होंने निजी क्षेत्र की कंपनियों से न केवल खनन में निवेश करने बल्कि अपने-अपने परियोजना स्थलों के आस-पास रहने वाले समुदायों की मदद करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह उद्योग समाज का बहुत कुछ ऋणी है और उसे वनीकरण, बहाली और कल्याणकारी पहलों में नए मानक स्थापित करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा, “हमारा विकास समावेशी होना चाहिए, और हमारी प्रगति का लोगों और धरती दोनों पर एक स्थायी, सकारात्मक प्रभाव पड़ना चाहिए।”
इस अवसर पर कोयला मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव और मंत्रालय द्वारा इस कार्य के लिए नामित प्राधिकरण रूपिंदर बरार ने हितधारकों को समर्थन देने के लिए मंत्रालय की प्रतिबद्धता को दोहराया।
कार्यक्रम में उद्योग जगत के नेताओं, निवेशकों और हितधारकों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई, जिसने प्रगतिशील सुधारों और पारदर्शी नीतियों के माध्यम से कोयला क्षेत्र को बदलने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया।
रोड शो में आगामी वाणिज्यिक कोयला खदान नीलामी पर व्यापक प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिनमें निवेश की संभावनाओं और नीतिगत ढाँचों के बारे में जानकारी दी गई।