लंबी दूरी की ट्रेनों में हाल फिलहाल राहत नहीं
जबलपुर, नवभारत। प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ अब अंतिम दौर की ओर बढ़ चला है। लेकिन इस मेले में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। जिसको देखते हुए रेलवे को जोन के अलग अलग स्टेशनों से स्पेशल ट्रेने भी चलानी पड़ रही है। प्रयागराज के लिए जबलपुर स्टेशन से रोजाना दर्जनों ट्रेन गुजरती हैं। सभी ट्रेनो में हालात ऐसी है कि लोगों को चढ़ने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। मंगलवार की दोपहर आई महानगरी एक्सप्रेस, पुणे दानापुर और मुंबई मेल में चढ़ने के लिए भारी भीड़ देखने को मिली इस दौरान विवाद की स्थिति भी बनती रही।
बिना टिकट वाले हो रहे हावी
इस समय प्रयागराज महाकुंभ जाने वाली सभी गाड़ियां पैक चल रही है। ऊपर से बिना टिकट के यात्रा करने वाले यात्रियों की भीड़ बड़ी संख्या में इन नियमित ट्रेनों पर टूट रही है। परिणाम स्वरुप ट्रेनों के अंदर तिल रखने की भी जगह नहीं बचती है। स्टेशन से चढ़ने वाले रेगुलर यात्रियों से धक्का-मुक्की तक हो रही है। स्थिति यह है कि इस चक्कर में लोगों की ट्रेनें भी छूट रही है।प्लेटफार्म पर बिना यात्रा टिकट लिए खड़े श्रद्धालु किसी भी ट्रेन में बेधड़क चढ़ रहे है। जिसके चलते रेगुलर यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ट्रेनें हुई डाइवर्ट, विरोध
मंगलवार की दोपहर को प्लेटफार्म श्रद्धालुओं और आम यात्रियों से खचाखच भरा हुआ था। रेल अधिकारियों द्वारा बताया गया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आरपीएफ, जीआरपी तथा अन्य विभागो के अतिरिक्त स्टाफ को भी तैनात किया गया है। दिल्ली हादसे के बाद रेलवे प्रशासन अलर्ट मोड पर है। स्टेशनों में अनाउंसमेंट कर लोगों को ट्रेन में चढ़ने व उतरने के संबंध में समझाइश भी दी जा रही है। बता दें कि सोमवार को सारनाथ, कामयानी एवं अन्य एक्सप्रेस ट्रेनों को डाइवर्ट करने का विरोध जबलपुर और कटनी स्टेशनों पर यात्रियों द्वारा किया गया था।
इनका कहना है
जबलपुर स्टेशन पर अब भीड़ कुछ कम हुई है। स्पेशल ट्रेने लगातार चलाई जा रही है। जरूरत के हिसाब से निर्णय लिए जा रहे हैं।
हर्षित श्रीवास्तव, सीपीआरओ, पश्चिम मध्य रेलवे