नयी दिल्ली, 17 फरवरी (वार्ता) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2025 में भारत से वाणिज्यिक वस्तुओं का निर्यात सालाना आधार पर 2.4 प्रतिशत घटकर 36.43 अरब डॉलर रहा।
जनवरी 2024 में यह आंकड़ा 37.32 अरब डॉलर था।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इस साल जनवरी में वाणिज्यिक वस्तुओं का आयात बढ़कर 59.42 अरब डॉलर हो गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 53.88 अरब डॉलर था।
इस तरह जनवरी में व्यापार घाटा (वस्तुओं के आयात की तुलना में निर्यात का अंतर) 22.99 अरब डॉलर रहा।
जनवरी में देश से सेवाओं का निर्यात 24.31 प्रतिशत की अच्छी वृद्धि के साथ अनुमानित 38.55 अरब डॉलर रहा, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 31.01 अरब डॉलर था।
इस वर्ष के पहले महीने (जनवरी 2025) में भारत का कुल निर्यात (माल और सेवाएँ) 74.97 अरब डॉलर रहा, जबकि पिछले वर्ष इसी माह में यह 68.33 अरब डॉलर था। इस प्रकार वर्ष-दर-वर्ष 9.71 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 में अप्रैल-जनवरी के दौरान वैश्विक स्तर पर चुनौतीपूर्ण माहौल में देश के निर्यात क्षेत्र के प्रदर्शन पर संतोष प्रकट करते हुए कहा कि यदि गैर पेट्रोलियम निर्यात को देखें तो प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है।
श्री बर्थवाल ने कहा, “अप्रैल-जनवरी के दौरान देश से वाणिज्यिक वस्तुओं के निर्यात में 7.21 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। अप्रैल-जनवरी के दौरान हमने कुल पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 46 अरब डॉलर की वृद्धि देखी है। इसी अवधि के दौरान हमारे वाणिज्यिक वस्तु निर्यात ने पांच अरब डॉलर की वृद्धि हुई है।”
उन्होंने कहा जनवरी, 2025 में हमारे गैर-पेट्रोलियम निर्यात में 14.47 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी, जो बहुत अच्छी वृद्धि है। उन्होंने कहा, “यह दर्शाता है कि हम व्यापारिक वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।”
आंकड़ों के अनुसार जनवरी में चावल के निर्यात में 44.61 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि देखी गई, जिसने वैश्विक चावल व्यापार में भारत का दबदबा और बढ़ा। रत्न और आभूषण निर्यात में भी जनवरी में 15.9 प्रतिशत की अच्छी तेजी दिखी है।
