नयी दिल्ली, 14 फरवरी, (वार्ता) एकीकृत बिजली कंपनियों में से एक हिंदुस्तान पावर के अध्यक्ष रतुल पुरी ने शुक्रवार को अगले तीन वर्षों में 5 गीगावाट ऊर्जा पोर्टफोलियो हासिल करने की अपनी योजना की घोषणा की।
कंपनी की ओर से यहां जारी बयान में श्री पुरी ने कहा कि यह विकास रणनीति अक्षय और संक्रमणकालीन ऊर्जा पर जोर देती है, जो विकसित हो रहे ऊर्जा परिदृश्य में स्थिरता और नवाचार के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। नियोजित विस्तार 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमता हासिल करने के भारत के लक्ष्य के अनुरूप है और देश के स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण में एक प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में हिंदुस्तान पावर की भूमिका को रेखांकित करता है। कंपनी का लक्ष्य अत्याधुनिक तकनीक का लाभ उठाकर और अक्षय और संक्रमणकालीन ऊर्जा उत्पादन दोनों में प्रभावशाली विकास को बढ़ावा देकर एक संतुलित पोर्टफोलियो बनाना है।
श्री पुरी ने कहा, “ वैश्विक ऊर्जा क्षेत्र एक परिवर्तनकारी बदलाव से गुजर रहा है, और भारत इस बदलाव में सबसे आगे है। हिंदुस्तान पावर ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक विकास सुनिश्चित करते हुए संधारणीय ऊर्जा समाधानों को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित है। 5 गीगावाट पोर्टफोलियो हासिल करने का हमारा दृष्टिकोण एक स्वच्छ और अधिक लचीला ऊर्जा भविष्य बनाने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।”
हिंदुस्तान पावर की व्यापक विशेषज्ञता घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों बाजारों में फैली हुई है, जिसने भारत और जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देशों में सफलतापूर्वक परियोजनाओं को क्रियान्वित किया है। कंपनी का एकीकृत दृष्टिकोण नवाचार को संधारणीयता के साथ जोड़ता है, जो इसे वैश्विक ऊर्जा संक्रमण को आगे बढ़ाने में अग्रणी बनाता है।
कंपनी ने मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, बिहार, गुजरात और असम सहित कई राज्यों में सफलतापूर्वक परियोजनाएं शुरू की हैं और जापान, ब्रिटेन, अमेरिका, जर्मनी और इटली जैसे बाजारों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार किया है।