भोपाल, 04 फरवरी (वार्ता) मध्यप्रदेश के कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्य मंत्री दिलीप जायसवाल ने कहा कि सिल्क टूरिज्म के विकास से रेशम का व्यापक प्रचार प्रसार होगा और लोग रेशम का उपयोग करने के लिए प्रेरित होंगे। रेशम को बढ़ावा देकर आम लोगों में रेशम के वस्त्रों के प्रति रुझान बढ़ाया जाएगा। पर्यटन स्थलों पर आने वाले टूरिस्ट को भी रेशम वस्त्र की जानकारी दी जाएगी। उन्हें रेशम के वस्त्र खरीदने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
श्री जायसवाल ने कहा कि नर्मदापुरम जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मढ़ई में स्थित रेशम उत्पादन केन्द्र को ‘मॉडल सिल्क टूरिज्म स्पॉट’ के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने सोमवार 3 फरवरी को रेशम केंद्र का शुभारंभ एवं निरीक्षण कर सिल्क टूरिज्म के लिये विकास की सभी संभावनाओं का जायजा लिया और इसे सिल्क टूरिज्म के लिये एक अनुकूल स्थान पाया। उन्होंने कहा कि यहां शीघ्र ही सिल्क टूरिज्म प्रारंभ किया जाएगा। पर्यटकों की सुविधा के लिये जरूरी सुविधाओं और आवश्यकतानुसार विकास के कार्य कराये जायेंगे। उन्होंने मढ़ई रेशम उत्पादन केन्द्र के प्रांगण में पौध-रोपण भी
किया।
श्री जायसवाल ने कहा कि मढ़ई में जल्द ही सिल्क टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएंगे। सिल्क को प्रमोट किया जाएगा। वर्तमान में जो कार्य चल रहे हैं वह भी बहुत ही बेहतर तरीके से चल रहे हैं, इसे और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने सिल्क टूरिज्म केंद्र की सराहना की। उन्होंने कामठी में प्राकृतिक शोरूम का शुभारंभ भी किया।