मामला जन पंचायत बैढ़न एवं देवसर क्षेत्र का, जनपदों में भर्रेशाही का बोलबाला
नवभारत न्यूज
सिंगरौली 2 फरवरी। जनपद पंचायत बैढ़न में सहायक यंत्रियों के दो पद स्वीकृत हैं। लेकिन चर्चाओं के मुताबिक इस जनपद में तीन सहायक यंत्रियों को कार्य विभाजन कर पंचायतों के कामकाज का दायित्व सौंपा गया है। वहीं एक पद के विरूद्ध दो सहायक यंत्री पदस्थ किये गये हैं।
दरअसल जिला पंचायत एवं ग्रामीण यांत्रिकी सेवा सिंगरौली का दफ्तर अपनी संदिग्ध कार्यप्रणाली को लेकर चर्चाओं में है। जिला पंचायत जहां एक ही सचिव को तीन पंचायतों का प्रभार सौंपने समेत कई मामले को लेकर इन दिनों सुर्खियों में हैं। वही ग्रामीण यांत्रिकी सेवा कार्यपालन यंत्री भी अपने कारनामों को लेकर प्रदेश भर में जिले की किरकिरी करा रहे हैं। प्रभारी सहायक यंत्री अरूण कुमार चतुर्वेदी ने जिला पंचायत सीईओ एवं कार्यपालन यंत्री आरईएस पर सनसनीखेज गंभीर आरोप लगाते हुये उच्च न्यायालय के न्यायामूर्ति के यहां आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाया है। वही अब सूत्रों के मुताबिक सहायक यंत्रियों के पदस्थापना का मामला भी धीरे-धीरे बातें बाहर निकल रही हैं। सूत्र के मुताबिक जनपद पंचायत बैढ़न में सहायक यंत्रियों के दो पद स्वीकृत हैं। लेकिन इस जनपद में तीन सहायक यंत्री जिसमें रामसुहावन सिंह, एसपी सिंह एवं सर्व शिक्षा अभियान के संविदा सहायक यंत्री विनोद शाह की पदस्थापना कर पंचायतों के निर्माण संबंधी कार्यो का जिम्मा सौंपा गया है। वही जनपद पंचायत देवसर में एक सहायक यंत्री की एक पद के विरूद्ध दो सहायक यंत्री पदस्थ हैं। जबकि सूत्र आगे बतातें हैं कि भोपाल स्तर से 6 सहायक यंत्रियों के पद स्वीकृत हैं। वही परिवीक्षाधीन अवधि में सहायक यंत्री अभय त्रिपाठी एवं सूरज मिश्रा आरईएस के हैं। इन दोनों सहायक यंत्रियों को सीखने के लिए नियुक्त किया गया है। किन्तु अधिकारियों के मेहरवानी है। अब इन्ही बिन्दुओं को लेकर जिला पंचायत सीईओ एवं आरईएस कार्यपालन यंत्री अपनी कार्य प्रणाली को लेकर जहां एक ओर सवालों घिरते नजर आ रहे हैं। वही राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के विपरित कार्य किये जाने को लेकर प्रदेश सरकार की किरकिरी शुरू हो गई है। हालांकि सिंगरौली जिले के मामले में उच्च न्यायालय जबलपुर के विद्वान न्यायामूर्ति द्वारा पिछले दिनों भ्रष्टाचार को लेकर तल्ख टिप्पणी किया गया था। जिसको लेकर जिले में तरह-तरह की चर्चाएं की जा रही हैं।