नयी दिल्ली, (वार्ता) राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी), एड-टेक प्लेटफॉर्म कोललर्न और शिखर धवन के डीए वन स्पोर्ट्स के सहयोग से, विभिन्न स्तरों पर खिलाड़ियों को सलाह देने की क्षमता बढ़ाने के लिये देश भर में क्रिकेट कोचों को कौशल प्रशिक्षण देना शुरू करने की तैयारी पूरी कर ली है।
एनएसडीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और एनएसडीसी इंटरनेशनल (एनएसडीसीआई) के प्रबंध निदेशक वेद मणि तिवारी ने कहा, “यह पहल केवल तकनीकी कौशल बढ़ाने के बारे में नहीं है, यह उत्कृष्टता की संस्कृति को बढ़ावा देने के बारे में है, जो सभी स्तरों पर खिलाड़ियों को प्रभावी ढंग से सलाह देने के लिये कोच तैयार करता है। जैसे-जैसे खेल उद्योग में कुशल प्रशिक्षकों की मांग बढ़ती जा रही है, यह जरूरी है कि हम क्रिकेट में कोचिंग के मानकों को ऊंचा उठायें। समय के साथ विकसित होने वाली मॉडर्न कोचिंग तकनीक को एकीकृत करके, हम प्रतिस्पर्धी माहौल में आगे बढ़ने के लिये अपने कोचों को आवश्यक क्रिकेट उपकरण से लैस कर रहे हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य इच्छुक कोचों को सशक्त बनाना है, यह सुनिश्चित करना है कि वे भारतीय खेलों के वाइब्रेंट और विकसित लैंडस्केप में योगदान देने के लिये अच्छी तरह से तैयार हैं। ”
क्रिकेट कोच एजुकेशन प्रोग्राम एक सहयोगात्मक प्रयास है, जहां एनएसडीसी कार्यक्रम के बारे में जागरूकता बढ़ाने के
लिये वर्कशॉप की सुविधा प्रदान करेगा और इस पहल के लिये सभी पात्र उम्मीदवारों को ऋण प्रदान करेगा। कोललर्न एजुकेशन टेक्नोलॉजीज कक्षायें आयोजित करने और छात्रों को प्लेसमेंट सहायता प्रदान करने के लिये जिम्मेदार होगी, जबकि डीए वन स्पोर्ट्स, जो जमीनी स्तर पर खेल इकोसिस्टम बनाने पर काम करता है, छात्र असेसमेंट और सर्वांगीण फील्ड प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करेगा।
कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को आवश्यक क्रिकेट तकनीकों की गहन समझ हासिल होगी, जबकि पाठ्यक्रम खिलाड़ियों के प्रदर्शन को बढ़ाने और मजबूत टीम डायनमिक को बढ़ावा देने के लिये डिज़ाइन किये गये अभ्यास और रणनीतियों के माध्यम से प्रैक्टिकल कोचिंग स्किल पर जोर देता है। खिलाड़ियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिये खेल सेशन के दौरान लागू करने के लिये कोचों को चोट निवारण रणनीतियों में भी प्रशिक्षित किया जायेगा। इस कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण पहलू क्रिकेट एनालिटिक्स का एकीकरण है, जो खिलाड़ियों के प्रदर्शन की प्रभावी ढंग से निगरानी करने और उसमें सुधार करने के लिये कोचों को टूल्स और तकनीक से लैस करता है।
कोललर्न की सृष्टि जैन ने कहा, “हमारा क्रिकेट कोच एजुकेशन प्रोग्राम प्रशिक्षण से कहीं अधिक है-यह ऐसे लीडर को तैयार करने के बारे में है, जो अगली पीढ़ी के क्रिकेटरों को प्रेरित और पोषित कर सकें। विशेषज्ञों का मार्गदर्शन, अत्याधुनिक खेल विश्लेषण और सॉफ्ट स्किल्स पर ध्यान देने के साथ, हम इच्छुक कोचों को इस प्रतिस्पर्धी क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक हर चीज से लैस कर रहे हैं। एनएसडीसी, कोललर्न और शिखर धवन के डीए वन स्पोर्ट्स द्वारा सर्टिफाइड यह कार्यक्रम उन लोगों के लिये गेम-चेंजर है जो क्रिकेट के प्रति अपने प्यार को एक पूर्ण प्रोफेशन में बदलना चाहते हैं।”
धवन ने कहा, “ क्रिकेट सिर्फ़ एक खेल नहीं है, यह एक जुनून है जो हमारे देश को एकजुट करता है। हर महान खिलाड़ी के पीछे एक कोच होता है, जिसने विश्वास किया, मार्गदर्शन किया और प्रेरित किया। भारत को क्रिकेट के भविष्य को आकार देने के लिए हजारों कुशल कोचों की आवश्यकता है, डीए वन स्पोर्ट्स को क्रिकेट कोच एजुकेशन प्रोग्राम के लिये कोललर्न और एनएसडीसी के साथ साझेदारी करने पर गर्व है। यह पहल एक गेम-चेंजर है, जो व्यक्तियों को कल के चैंपियन बनाते हुए क्रिकेट के प्रति अपने प्यार को करियर में बदलने के लिये सशक्त बनाती है। आइए एक समय में एक कोच के साथ भारतीय क्रिकेट के भविष्य को पुन: परिभाषित करें। ”
टेक्निकल कोचिंग कौशल के अलावा, यह कार्यक्रम खेल उद्योग में कैरियर विकास के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करता है। प्रतिभागियों को रिज्यूमे बनाने और इंटरव्यू की तैयारी के बारे में मार्गदर्शन मिलेगा, जिससे उन्हें खेल उद्योग में आगे बढ़ने के लिये तैयार किया जा सकेगा। यह कोर्स एक असेसमेंट फेज में समाप्त होता है, जिसमें फीडबैक और मेंटरशिप शामिल है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि नये प्रशिक्षित कोच सही कौशल और तकनीक से लैस हैं जो उन्हें आगे बढ़ने और अपने रोल में सफल होने में मदद करता है।
इस पहल का उद्देश्य क्रिकेट में कोचिंग मानकों को ऊपर उठाना है तथा लगातार विकसित हो रहे प्रतिस्पर्धी खेल उद्योग में आगे बढ़ने के लिये इच्छुक कोचों को आवश्यक कौशल और ज्ञान के साथ सशक्त और सुसज्जित करना है।