जबलपुर: मप्र हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के परिसर में गणतंत्र दिवस पर झंडा वंदन किया। साथ ही कैलेंडर व ब्रोशर का विमोचन किया। अगले चरण में दिव्यांगजनों के हितार्थ मोटराइज्ड ट्राई साइकिल, व्हीलचेयर हियरिंग एड व सुगम्य स्टिक का वितरण किया गया। बाल अधिकारों, पर्यावरण संरक्षण एवं विधिक सेवा विषयों पर चित्रकला प्रतियोगिता में प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक स्तर पर बालक-बालिकाओं द्वारा बनाई गई प्रथम तीन सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों को पुरस्कृत कर उत्साहवर्धन किया।
इस दौरान वन क्षेत्रों से निकाले जाने वाले उत्पाद एवं वन्य पदार्थों से निर्मित औषधियों, साबुन इत्यादि, केन्द्रीय जेल जबलपुर के कैदियों द्वारा जेल में निर्मित उत्पादों, संप्रेषण गृह के बालकों द्वारा बनाये गये साज-सज्जा संबंधी वस्तुओं तथा भारत सरकार के उपक्रम ट्राइब्स इंडिया द्वारा निर्मित वस्तुओं एवं कलाकृतियों की प्रदर्शनी लगाई गई। इसका उद्देश्य निर्मित किए जा रहे उत्पादों का प्रचार-प्रसार कर उत्पादों की जानकारी आमजन तक उपलब्ध करवाकर उत्पादों का निर्माण करने वाले कारीगरों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना है।
37 आदिवासी कलाकारों को पांच-पांच हजार सम्मान निधि वितरित
डिंडौरी से आए आदिवासी समुदाय के कलाकारों द्वारा सैला कर्मा नृत्य व उमरिया के ताला बांधवगढ़ से आए आदिवासी समुदाय के कलाकारों द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई। आदिवासी समुदाय के कलाकारों की प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मुख्य न्यायाधिपति द्वारा सम्मान राशि पांच हजार रुपये प्रस्तुति देने वाले प्रत्येक कलाकार कुल 37 कलाकार को स्वयं की ओर प्रदान करने की घोषणा की गई। इस दौरान हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल धरमिंदर सिंह, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश आलोक अवस्थी, मप्र राज्य न्यायिक अकादमी के निदेशक कृष्णमूर्ति मिश्रा, प्राधिकरण के सदस्य सचिव प्रदीप मित्तल, उप सचिव अनिरूद्ध जैन, जिला विधिक सहायता अधिकारी प्रदीप सिंह ठाकुर, दिग्विजय सिंह, सर्वेश चतुर्वेदी, अधिवक्ता संघों के प्रतिनिधि सम्मानित अधिवक्तागण एवं राज्य प्राधिकरण के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।