नयी दिल्ली 25 जनवरी (वार्ता) राष्ट्रपति ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सशस्त्र बलों के 93 रणबांकुरों को वीरता पुरस्कार देने की घोषणा की है जिनमें दो को कीर्ति चक्र और 14 को शौर्य चक्र दिया जायेगा। इनमें से तीन वीरों को यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया जा रहा है।
रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को यहां बताया कि 93 वीरता पुरस्कारों में सेना पदक (वीरता) के लिए एक बार, 66 सेना पदक, जिनमें सात मरणोपरांत शामिल हैं , दो नौसेना पदक (वीरता) और आठ वायु सेना पदक (वीरता) भी शामिल हैं। इसके अलावा राष्ट्रपति ने सशस्त्र बलों और अन्य कर्मियों के लिए 305 रक्षा अलंकरणों को भी मंजूरी दी। इनमें 30 परम विशिष्ट सेवा पदक, पांच उत्तम युद्ध सेवा पदक, 57 अति विशिष्ट सेवा पदक, 10 युद्ध सेवा पदक, सेना पदक (कर्तव्य के प्रति समर्पण) के लिए एक बार, 43 सेना पदक (कर्तव्य के प्रति समर्पण), आठ नौसेना पदक (कर्तव्य के प्रति समर्पण), 15 वायु सेना पदक (कर्तव्य के प्रति समर्पण), विशिष्ट सेवा पदक के लिए चार बार और 132 विशिष्ट सेवा पदक शामिल हैं।
सेना के 22 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर मंजीत और 28 राष्ट्रीय राइफल्स के नायक दिलावर खान को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया जायेगा।
शौर्य चक्र पाने वालों में सेना के 1 आरआर के मेजर कुनाल , 50 आर आर के इंजीनियर मेजर आशीष दहिया, 4 आर आर के मेजर सत्येन्द्र धनखड़, 48 आर आर के कैप्टन दीपक सिंह (मरणोपरांत), 4 असम राइफल्स के सहायक कमांडेंट ई किकोन , 1 पैरा (एसएफ) के सूबेदार विकास तोमर, 20 जाट के सूबेदार मोहन राम, एच ए डब्ल्यू एस हवलदार रोहित कुमार डोगरा (मरणोपरांत), 32 आर आर के हवलदार प्रकाश तमांग , वायु सेना के पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट अमन सिंह हंस, कॉरपोरील डी संजय ,बीआरडीबी के विजयन कुट्टी (मरणोपरांत ), केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के उप कमांडेंट विक्रांत कुमार और निरीक्षक जे हमिंगचुलो शामिल हैं।