सतना : धर्म नगरी चित्रकूट में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के साथ किस तरह लूट करते हुए नगर परिषद के कुछ कर्मचारी अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं, इसका भण्डाफोड़ उस वक्त हुआ जब मुख्य नगर पालिका अधिकारी चित्रकूट ने गुप्त गोदावरी का औचक निरीक्षण किया. श्रद्धालुओं को फर्जी टिकट बेचने में लगे नप के आउटसोर्स कर्मियों ने सीएमओ को भी फर्जी टिकट बेचने से गुरेज नहीं किया. शासन की आमदनी पर खुलेआम डाका डालते देख सीएमओ ने दोनों आउटसोर्स कर्मियों को पुलिस को सौंपते हुए उनके विरुद्ध प्रकरण दर्ज करा दिया.
यह जानकारी किसी से छिपी नहीं है कि धर्म नगरी चित्रकूट में कई ऐसे गिरोह सक्रिय हैं जो नगर परिषद के कुछ कर्मचारियों के साथ साठ-गांठ कर वहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को जमकर लूटने का कार्य करते हैं. कहीं टिकट तो कहीं पार्किंग के नाम पर डंके की चोट पर श्रद्धालुओं से बेजा वसूली की जाती रही है. हलांकि मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के बाद चित्रकूट क्षेत्र में पार्किंग की बेजा वसूली पर तो काफी हद तक लगाम लगती नजर आने लगी है. लेकिन इसके बावजूद भी वहारं पर विभिन्न स्थलों पर फर्जी टिकट बेचने और अवैध तरीके से जगह-जगह पुजापे की दुकान खोल लिए जाने की शिकायतें लगातार सामने आती रही हैं.
इसी कड़ी में अवैध वसूली के लिए लगभग कुख्यात हो चुके गुप्त गोदावरी क्षेत्र में भी शिकायतों की भरमार लगती जा रही थी. जिसे देखते हुए मुख्य नगर परिषद पालिका अधिकारी विशाल सिंह ने गुरुवार की सुबह 8 बजे औचक निरीक्षण करने वहां पहुंच गए. जहां पर गुप्त गोदावरी क्षेत्र का भ्रमण करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को पर्यटन केंद्र में तैनात नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा टिकट की ब्रिकी की जा रही थी. मामले की तस्दीक करने के लिए सीएमओ श्री सिंह भी काउंटर पर पहुंच गए और उन्होंने 2 टिकट खरीदी ली. लेकिन जब उन टिकटों पर गौर किया तो सीएमओ भी हैरान रह गए. दरअसल उन्हें जो टिकट बेची गई वह नगर परिषद द्वारा जारी की जाने वाली वैध टिकट नहीं, बल्कि फर्जी थीं.
यह देखते हुए सीएमओ ने अपना परिचय दिया और अपने साथ मौजूद अमले को फौरन जांच करने के निर्देश दे दिए. सीएमओ और अमले द्वारा की जांच में यह जानकारी सामने आई कि काउंटर पर तैनात कर्मियों ने कुल 82 फर्जी टिकटें बेच डाली थीं. जिसके एवज में 3 हजार 140 रु की नकदी उनके पास से मिली. टिकटों के फर्जीवाड़े की तस्दीक होते ही सीएमओ द्वारा दोनों आउटसोर्स कर्मियों को चित्रकूट थाने की पुलिस को सौंपते हुए मामले की लिखित शिकायत कर दी गई. जिसके चलते चित्रकूट थाना पुलिस ने दोनों आउटसोर्स कर्मियों बाबूराम पटेल पिता बादेराम निवासी टेढ़ी और हुकुमचंद्र यादव पिता इंद्रपाल निवासी थरपहाड़ के विरुद्ध धारा 318-4, 3-5 बीएनएस के अंतर्गत प्रकरण दर्ज करते हुए अभिरक्षा में ले लिया. पुलिस द्वारा विवेचना आगे बढ़ाते हुए इस बात की जानकारी जुटाई जा रही है कि उक्त फर्जीवाड़े में अब तक शासन को कितना चूना लगाया जा चुका है और इस खेल में कौन-कौन लोग शामिल रहे हैं.
हटाए गए प्रभारी और वाहन चालक
घटना की गंभीरता को देखते हुए सीएमओ चित्रकूट विशाल सिंह ने आदेश जारी करते हुए पर्यटन केंद्र गुप्त गोदावरी के प्रभारी रहे समयपाल रमेश नारायण तिवारी को वहां से फौरन हटा दिया गया. उनके स्थान पर अनिल कुमार तिवारी सहायक गे्रड 3 को पर्यटन केंद्र गुप्त गोदावरी का नया प्रभारी बनाया गया है. इसी कड़ी में वाहन चालक सत्य प्रकाश सिंह को पर्यटन केंद्र गुप्त गोदावरी से तत्काल प्रभाव से मुक्त करते हुए पूवर्वत सौंपे गए पदीय दायित्वों के निर्वहन करने का आदेश दे दिया गया. सीएमओ द्वारा पर्यटन केंद्र गुप्त गोदावरी को यह सख्त निर्देश भी दिए गए हैं कि वहां पर किसी भी प्रकार का अवैध पुजापा, टिकट चोरी और गुण्डागर्दी करते पाए जाने पर संबंधितों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए स्वमेव प्राथमिकी दर्ज कराई जाए. इतना ही नहीं बल्कि पर्यटन केंद्र गुप्त गोदावरी में कार्यरत सभी व्यक्तियों का सप्ताह भर में पुलिस सत्यापन भी कराया जाए