*पूर्व नेता प्रतिपक्ष सुधीर गुप्ता ने अशोक वर्णवाल, अपर मुख्य सचिव को दिया ज्ञापन*
ग्वालियर। पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं वरिष्ठ भाजपा नेता सुधीर गुप्ता ने अशोक वर्णवाल, अपर मुख्य सचिव मप्र शासन को ग्वालियर विकास विजन डॉक्यूमेंट के संबंध में ज्ञापन देकर मांग की कि ग्वालियर की स्वर्ण रेखा नदी का पुनरुद्धार कर हनुमान बांध से स्वच्छ पानी स्वर्णरेखा नदी में लाया जाए एवं ग्वालियर के विकास के लिए कार्य कराया जाए।
ज्ञापन में गुप्ता ने बताया कि ग्वालियर की स्वर्ण रेखा नदी लगभग 19 किलोमीटर में फैली हुई है। स्वर्ण रेखा में पहले साफ पानी बहता था। स्वर्ण रेखा नदी का निर्माण सिंधिया स्टेट द्वारा लंदन की टेम्स नदी की तर्ज पर किया गया। स्वर्ण रेखा नदी पूरे शहर की एक लाइफ लाइन के रूप में मौजूद है। स्वर्ण रेखा में पानी पहले सिंधिया स्टेट द्वारा निर्मित बांधो क्रमशः हनुमान बांध, वीरपुर बांध, गिरवाई बांध, मामा बांध, रायपुर बांध से होकर आता था, यह बांध एक दूसरे से लिंक है और इन्हीं बांधों के द्वारा स्वर्ण रेखा में साफ पानी बहता था। स्वर्ण रेखा को पुनर्जीवित करने के लिए इसे नमामि गंगे प्रोजेक्ट में शामिल कराया जाए या मध्य प्रदेश शासन इसके लिए अलग से कोई फंड दे, स्वर्ण रेखा का विकास एवं सौंदर्यकरण प्रारंभ किया जाए।
उन्होंने कहा कि यह ग्वालियर शहर के लिए दुर्भाग्य रहा कि जल संसाधन विभाग द्वारा स्वर्ण रेखा की तल लेवल एवं पिचिंग सीमेंट कंक्रीट की लगभग 25 बर्ष पूर्व बना दी थी इस कारण ग्वालियर शहर की वाटर रिचार्जिंग व्यवस्था खत्म हो गई। स्वर्ण रेखा का पुनरुद्धार करने के लिए आवश्यक है कि स्वर्ण रेखा की पिचिंग एवं तल लेवल में पत्थर के बोल्डर लगाए जाएं ताकि पानी रिचार्जिंग होकर शहर का जलस्तर बढ़ सके।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव एवं ज्योतिराादित्य सिंधिया केंद्रीय संचार मंत्री द्वारा 15 जून 2024 को जल स्रोतों के संरक्षण एंव पुनर्जीवन के लिए ग्वालियर में शपथ करवायी कि हम ग्वालियर में जन जागरण अभियान चलाएंगे और ग्वालियर में बांधो का पुनर्जीवन करेंगे। हनुमान बांध, वीरपुर बांध, गिरवाई बांध पर लोगों ने मकान बनाकर एवं खेती करके कैचमेंट एरिया में बहुत बड़ी संख्या में अतिक्रमण कर लिया है, इसे तुरंत हटाया जाए 2019 में हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद बांधों के स्टोरेज और कैचमेंट एरिया से अतिक्रमण कब्जा नहीं हटाए गए हैं शीघ्र हटवाया जाए। गिरवाई बांध, मामा का बांध, वीरपुर बांध हनुमान बंद को साकं नून नहर के जरिए भरने के लिए 63 करोड़ की लागत से फीडर चैनल का निर्माण भी किया गया हे। गिरवाई बांध,वीरपुर बांध एवं हनुमान बांध के अतिक्रमण को हटाकर बांधों को पुनर्जीवित कर स्वर्ण रेखा नदी में स्वच्छ पानी लाया जाए ताकि ग्वालियर शहर का भूजल लेवल बढ़ सके विशेष तौर से दक्षिण विधानसभा का भूजलस्तर बढे
ज्ञापन में यह भी मांग की गई है कि लक्ष्मीगंज सब्जी मंडी से गुप्तेश्वर को जोड़ते हुए फ्लाई ओवर का निर्माण किया जाए ताकि एबी रोड पर यातायात की समस्या का निराकरण हो सके। ग्वालियर हेरिटेज नेरौगेज रेल म्यूजियम का विस्तार नागपुर नैरोगेज म्यूजियम की तरह किया जाए तथा पर्यटन की दृष्टि से हेरिटेज नेरौगेज ट्रेन को घोसीपुरा नेरौगेज रेल स्टेशन से बामोर नैरोगेज स्टेशन तक चलाया जाए रेलवे ट्रैक बहुत अच्छी कंडीशन में है। तिगरा को पर्यटन स्थल के रूप मे विकसित किया जाए।ग्वालियर में कोचिंग हब बने इसकी प्लानिंग की जाए।परिसीमन आयोग को प्रस्तावित कर दक्षिण विधानसभा की तहसील एवं एसडीएम कार्यालय एस. ए. एफ. कम्पू थाने के सामने लाया जाए ताकि दक्षिण विधानसभा की आम जनता को सुविधा प्राप्त हो। कंपू स्थित 13 वीं बटालियन, सेकेंड बटालियन एंव सेंट्रल जेल को साडा में शिफ्ट किया जाए और यहां आधुनिक आवासीय और व्यावसायिक निर्माण किया जाए। उपरोक्त सभी बिंदुओं को ग्वालियर विजन डॉक्यूमेंट में भी सम्मिलित किया जाए। अशोक वर्णवाल, अपर मुख्य सचिव ने सभी बिंदुओं पर कार्यवाही के प्रति आश्वस्त किया।