इंदौर: इंदौर भिक्षुक मुक्त शहर बनने की ओर तेजी से अग्रसर है. इंदौर जिले को भिक्षुक मुक्त बनाने की कलेक्टर श्री आशीष सिंह की अभिनव पहल जारी है। इस पहल के तहत भिक्षा मांगने वालों की सूचना देने वाले नागरिकों को पुरस्कृत किया जा रहा है. कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा भारतीय नागरिक सुरक्षा अधिनियम 2023 की धारा 163 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी करते हुए जिले में किसी भी प्रकार की भिक्षावृत्ति को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया गया है.
कलेक्टर श्री आशीष सिंह आज ने भिक्षुकों की सूचना देने वाले 8 नागरिकों को एक-एक हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी। इसके पूर्व भी इसी तरह भिक्षावृत्ति करने वालों की सूचना देने वाले 14 नागरिकों को कलेक्टर द्वारा एक-एक हजार रुपये की राशि देकर पुरस्कृत किया जा चुका है. भिक्षावृत्ति की सूचना देने वाले अब तक 22 नागरिकों को पुरस्कृत किया गया है और यह क्रम लगातार जारी है। उल्लेखनीय है कि इंदौर जिले को शीघ्र ही भिक्षावृत्ति मुक्त जिला घोषित किया जाएगा. इंदौर कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने भिक्षावृत्ति की सूचना देने वाले दिव्यांश हाडा, रूपेंद्र यादव, शारदा टिकलिया, कन्हैया लाल यादव, नितिन दुबे, प्रफुल्ल इंगले, हिमांशु सभरवाल और लकी धार वानिया को एक-एक हजार रुपये की सम्मान निधि प्रदान की.
इस नंबर पर करें सूचित
जिला प्रशासन द्वारा अपील की गई है कि इंदौर में भिक्षावृत्ति करने वालों की सूचना महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी श्री दिनेश मिश्रा के (मोबाईल नंबर- 9691494951) पर दे सकते हैं। सूचना सत्यापन के दौरान जानकारी सही पाई जाती है तो संबंधित व्यक्ति को एक हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जायेगी