श्री माता वैष्णो देवी मंदिर की पुरानी गुफा मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं के लिए खुलेगी

जम्मू, 13 जनवरी (वार्ता) जम्मू-कश्मीर में रियासी जिले की त्रिकुटा पहाड़ियों में स्थित श्री माता वैष्णो देवी तीर्थ की प्राकृतिक गुफा मंगलवार को मकर संक्रांति के अवसर पर तीर्थयात्रियों के लिए खोली जाएगी।

एक अधिकारी ने कहा कि पुरानी प्राकृतिक गुफा को प्रचलित प्रथा के अनुसार माता वैष्णो देवी की पिंडियों के दर्शन के लिए तीर्थयात्रियों के लिए खोला जाएगा।

उन्होंने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी 14 जनवरी को मकर संक्रांति के अवसर पर प्राकृतिक गुफा तीर्थयात्रियों के लिए खोली जाएगी।

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंशुल गर्ग ने मकर संक्रांति पर तीर्थयात्रियों के लिए प्राकृतिक गुफा खोलने की पुष्टि की। यात्रियों की भीड़ को देखते हुए गुफा के एक महीने तक खुले रहने की उम्मीद है।

हालांकि, तीर्थयात्रियों को किसी भी असुविधा से बचने के लिए भवन में भीड़ को देखते हुए भवन के अधिकारियों को प्राकृतिक गुफा के माध्यम से दर्शन को नियोजित करने के लिए अधिकृत किया गया है।

एक अधिकारी ने कहा कि यात्रा की लगातार भारी भीड़ के कारण, पुरानी गुफा के माध्यम से दर्शन संभव नहीं है और पूरे साल यात्रियों के लिए बंद रहता है।

06 अक्टूबर, 2024 को तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने भवन के रास्ते में पांच स्थानों पर कियोस्क स्थापित करके एक प्राकृतिक गुफा के माध्यम से आभासी दर्शन की शुरुआत की।

अधिकारियों के अनुसार, तीर्थयात्री प्रायः दर्शन के लिए एक पुरानी पारंपरिक प्राकृतिक गुफा को खोलने की मांग करते हैं, जिसे साल में केवल एक बार खोला जाता है।

प्राकृतिक गुफा के माध्यम से दर्शन करने की उनकी इच्छा को पूरा करने के लिए वर्चुअल माध्यम का भी उपयोग किया जा रहा है, विशेषकर बुजुर्ग तीर्थयात्रियों के लिए जो प्राकृतिक गुफा के माध्यम से दर्शन करने में आस्था व्यक्त करते हैं।

उल्लेखनीय है कि 2024 में 94.83 लाख तीर्थयात्रियों ने माता वैष्णों देवी के दर्शन किये थे। यह एक दशक में दूसरी सबसे बड़ी संख्या है। इससे पहले 2023 में माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए 95.22 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे।

Next Post

मां शिप्रा होगी सतत प्रवाहमान, सिलारखेड़ी-सेवरखेड़ी डेम में होगा इंद्रदेव का आव्हान

Mon Jan 13 , 2025
Share on Facebook Tweet it Share on Reddit Pin it Share it Email सिंहस्थ 2028 के लिए मिल का पत्थर साबित होगी, यह परियोजना कान्ह क्लोज डक्ट प्रोजेक्ट से क्षिप्रा मैया होंगी स्वच्छ   उज्जैन। महाकाल की नगरी में महाकुंभ का आयोजन होने वाला है। मोक्षदायिनी मां शिप्रा के जल […]

You May Like