इंदौर: स्वच्छता में देखा जाए तो शहर का बढ़ता नाम सुर्खियों में आज भी है लेकिन शहर के आसपास और अंदर बसी कॉलोनी में आज भी कई तरह की त्रुटियां पाई गई है जहां देखकर साफ लगता है कि निगमकर्मी कितनी ईमानदारी से अपना कार्य कर रहे हैं.वार्ड क्रमांक 75 में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिलता है. यहां वार्ड उद्योग क्षेत्र में आता है. जहां अधिकांश निम्न वर्ग की बसावट है. वार्ड के समता नगर जो कि उद्योग फैक्ट्री के बीचोबीच बसा है.
समता नगर के शिव मंदिर के पास सीवरेज लाइन से जुड़ी हुई एक समस्या देखने को मिली है. यहां पर सीवरेज लाइन के सभी चैंबर पूरी तरह से चोक पड़े हुए हैं, जिनकी सफाई नियमित तौर पर नहीं हो पा रही, जिसके चलते क्षेत्र की गालियां और मुख्य मार्ग गंदगी से पटा रहता है, जहां लोगों को आने-जाने में कई परेशानियां होती हैं. वहीं इस गंदगी से क्षेत्र में दुर्गंध तो फैलते ही है साथ ही गंदगी में कीड़े मकोड़े और मच्छर बढ़ रहे हैं कई तरह की बीमारी से बचने के लिए यहां की महिलाएं खुद ही सड़क से गंदगी साफ करती हैं. बताया जाता है कि कई बार हेल्पलाइन पर शिकायत भी दर्ज कराई गई लेकिन आज तक कर्मचारी से लेकर अधिकारियों ने सुध नहीं ली.
इनका कहना है
चेंबर से इतनी गंदगी बहती है कि मुझे खुद ही साफ करना पड़ता है क्योंकि बच्चों का आना-जाना लगा रहता है. ऐसे में वहां कई तरह की बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं.
– चंचल बाग़वान
पूरे समता नगर में यह समस्या बनी हुई है. हर जगह गंदगी है. इसके कारण मच्छर मक्खी और बदबू फैल रही है. नियमित तौर पर सफाई की जाए तो समस्या खत्म हो सकती है.
– प्रकाश नारोलिया
सीवरेज लाइन चौक है. चेंबर पूरी तरह से भरे पड़े हैं. सफाई करने कोई नहीं आता. मैंने खुद दो बार हेल्प लाइन पर शिकायत दर्ज कराई है लेकिन आज तक सुनवाई नहीं हुई.
– दिनेश पांडे
पहले किए कार्यों को सुधार रहे
सीवरेज लाइन जनसंख्या के मुताबिक छोटी है. कोई मकान बनातता हैं तो रेती गिट्टी चेंबर में धकेल देते हैं. एक जगह इतनी ज्यादा चौक है कि 200 फीट की सड़क खोदकर लाइन सुधारना पड़ेगी. पहले किए गए कार्यों को हमें अब सुधारना पड़ रहा है.
– कुणाल सोलंकी पार्षद