सिडनी, 04 जनवरी (वार्ता) भारतीय तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा का मानना है कि सिडनी की असामान्य उछाल वाली पिच पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं है और मैच अभी पूरी तरह खुला हुआ है।
गौरतलब है कि गावस्कर बार्डर ट्राफी की मौजूदा सीरीज के पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में भारत ने शनिवार को मेजबान टीम के खिलाफ न सिर्फ पहली पारी में चार रन की बढ़त हासिल की बल्कि दूसरी पारी में रिषभ पंत (61) की धुआंधार पारी की मदद से अपनी दूसरी पारी में छह विकेट पर 141 रन बना लिये। इस तरह भारत की कुल बढ़त अब 145 रन की हो चुकी है मगर रनो के लिहाज से अभी भी भारत को काफी बल्लेबाजी करनी होगी। इसके बावजूद प्रसिद्ध कृष्णा भारत की अब तक मिली बढ़त को चुनौतीपूर्ण मानते है।
दिन के खेल की समाप्ति के बाद प्रेस कांफ्रेंस में उन्होने कहा कि सिडनी में पिच से मिल रही असामान्य उछाल में बल्लेबाजी करना चुनौती भरा है। ऑस्ट्रेलिया के लिए चौथी पारी में बल्लेबाजी करना आसान नहीं होगा। उन्होने कहा “ पिच के कुछ हिस्सों से गेंद को परखना मुश्किल हो रहा है। गेंद कभी-कभी नीचे रह रही है। हमारे पास मैच में बने रहने का पूरा मौका है। हमें पर्याप्त उछाल हासिल कर बल्लेबाज को बल्ले की दोनों ओर से छकाना होगा और किनारा लगने पर कैच लपकने के लिए तैयार रहना होगा।”
उन्होंने कहा “ हमने फिलहाल जीतने लायक रन के लिये कोई विशेष संख्या तय नहीं की है मगर रविवार को बनने वाला हर रन हमारी जीत की भूमिका तय करेगा।”
आस्ट्रेलिया की पहली पारी में तीन विकेट चटकाने वाले कृष्णा ने कहा “ लंच के समय मुझे अपनी गेंदबाजी का आकलन करने का मौका मिल गया। मैंने टीम के विश्लेषक के साथ बातचीत की और इससे मुझे अंदाजा हुआ कि क्या करना है। लंच के विश्राम के बाद जब गेंदबाजी के लिये आया तो इससे मुझे काफी मदद मिली।”
उन्होने कहा “ ऑस्ट्रेलिया में गेंदबाजी करते हुए मुझे थोड़ा आत्मविश्वास मिला और इससे पहले दलीप ट्रॉफी में लाल गेंद से क्रिकेट खेलने के बाद मैं अच्छी लय में था। इस मैच में जब मुझे गेंदबाजी का मौका मिला तो शुरुआत में थोड़ी घबराहट थी। पहला ओवर अच्छा गया, अगले कुछ ओवर वास्तव में अच्छे नहीं थे। इस टीम में काफी लोग है जिनसे मैच गेंदबाजी के बारे में चर्चा कर सकता हूं। इससे बेहतर करने में मदद मिलती है।”