डीसीपी क्राइम ने दिया भरोसा
इंदौर:बढ़ते साइबर फ्रॉड के कारण रिटेल गारमेंट व्यापारियों ने यूपीआई पेमेंट स्वीकार करना बंद कर दिया था. इस समस्या को लेकर व्यापारियों ने वित्त मंत्रालय को मेल किया था. जैसे ही इस मुद्दे की जानकारी एडिशनल डीसीपी क्राइम राजेश दंडोतिया को मिली, वे व्यापारियों से मिलने पहुंचे, उनकी समस्या सुनकर उन्होंने व्यापारियों को आश्वस्त किया और यूपीआई पेमेंट सेवा फिर से शुरू करवाने में सफलता पाई.
रिटेल गारमेंट व्यापारी संघ ने पिछले छह दिनों से यूपीआई पेमेंट स्वीकार करना बंद कर दिया था. व्यापारियों का कहना था कि साइबर फ्रॉड की घटनाओं में बढ़ोतरी के चलते उनके खातों में फर्जी ट्रांजैक्शन हो रहे हैं. करीब 25 व्यापारियों के खाते साइबर फ्रॉड के कारण सीज कर दिए गए थे, जिससे व्यापार में बाधा आ रही थी. व्यापारियों की समस्या सुनने के बाद एडिशनल डीसीपी क्राइम राजेश दंडोतिया ने उन्हें साइबर सुरक्षा और फर्जी ट्रांजैक्शन की जांच का भरोसा दिया.
उन्होंने व्यापारियों को यूपीआई पेमेंट सेवा फिर से शुरू करने के लिए प्रेरित किया. व्यापारियों की समस्याएं अभी पूरी तरह से हल नहीं हुई हैं। इस सिलसिले में आज अहिल्या चैंबर्स ऑफ कॉमर्स और रिटेल गारमेंट व्यापारी संघ के प्रतिनिधि एडिशनल डीसीपी से मिलने पहुंचे. उन्होंने साइबर फ्रॉड से जुड़ी समस्याओं और उनके समाधान को लेकर ज्ञापन सौंपा. एडिशनल डीसीपी ने व्यापारियों को उनकी मांगों पर कार्रवाई का भरोसा दिया है. उन्होंने कहा कि साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे और व्यापारियों के हितों की रक्षा की जाएगी.
यह हैं व्यापारियों कि मांग
अगर किसी व्यापारी के खाते में फर्जी ट्रांजैक्शन होता है, तो केवल उस ट्रांजैक्शन की जांच की जाए. पूरे खाते को सीज करने के बजाय सिर्फ विवादित राशि पर कार्रवाई हो. साइबर फ्रॉड की रोकथाम के लिए विशेष टीम बनाई जाए