मुंबई : सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया, देश के प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में से एक, ने 21 दिसंबर 2024 को अपने 114वें स्थापना दिवस के अवसर पर पूरे देश में कार्यक्रमों का आयोजन किया. इस ऐतिहासिक अवसर पर मुंबई स्थित बैंक के मुख्य कार्यालय और नरिमन पॉइंट में स्थित उसके केन्द्रीय कार्यालय में एक विशेष समारोह का आयोजन किया गया. सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया का 114वां स्थापना दिवस बैंक की समृद्ध धरोहर, उसकी निरंतर परिवर्तन यात्रा, और बैंकिंग में उत्कृष्टता की ओर उसकी प्रतिबद्धता की याद दिलाता है.
कार्यक्रम में श्री एम.वी. राव, प्रबंध निदेशक और सीईओ, श्री विवेक वाही, कार्यपालक निदेशक, श्री एम.वी. मुरलीकृष्ण, कार्यपालक निदेशक, श्री महेन्द्र दोहरे, कार्यपालक निदेशक, वरिष्ठ कार्यपालक और बैंक के संस्थापक, श्री सोराबजी पोचखानवाला की पोती, डॉ. पीलू हकीम ने भाग लिया. बैंक के संस्थापक के अद्वितीय योगदान को याद करते हुए श्री सोराबजी पोचखानवाला को पुष्पांजलि अर्पित की गई.
इस अवसर पर बैंक ने अपनी इतिहास पुस्तक का चौथा संस्करण जारी किया, जो सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया की समृद्ध विरासत और यात्रा का विवरण करता है. एक ऑडियो-विजुअल प्रस्तुति भी पेश की गई, जिसमें बैंक के इतिहास को प्रदर्शित किया गया, और खासतौर पर बैंक के हाल ही के चहुंमुखी परिवर्तन को भी सफलतापूर्वक दर्शाया गया. इस परिवर्तन के कारण, बैंक पिछले तीन वर्षों से लगातार एक लाभकारी संस्था के रूप में परिवर्तित हो चुका है.
इस अवसर पर बैंक ने विभिन्न वित्तीय उत्पादों का भी शुभारंभ किया, जो बैंक के विभिन्न हितधारकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं. इनमें एमएसएमई, खुदरा, वेतनभोगी वर्ग, व्यवसायियों के लिए उत्पाद और विदेशी मुद्रा संचालन की सुविधाएँ शामिल हैं. बैंक ने अपने कर्मचारियों के लिए भी नए पहलुओं की शुरुआत की, जो उनकी समृद्धि, कल्याण और पेशेवर विकास पर केन्द्रित हैं.
उपस्थित ग्राहकों, कर्मचारियों को संबोधित करते हुए, श्री एम.वी. राव, प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने सभी हितधारकों के निरंतर समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया. उन्होंने बैंक की वृद्धि में ग्राहक-केंद्रित उत्पादों के महत्व पर जोर दिया और सभी कर्मचारियों से आग्रह किया कि वे उत्साह और समर्पण के साथ कार्य करें. उन्होंने कहा, “हम उसी जोश और प्रतिबद्धता के साथ यह सुनिश्चित करते हुए काम करते रहें कि हम बैंक में अपने निष्पादन को बढ़ाएं और राष्ट्र की समग्र आर्थिक वृद्धि में योगदान करें.” इसके साथ ही बैंक ग्राहक – केन्द्रित नवाचार पर मजबूत ध्यान केन्द्रित करते हुए, वित्तीय समावेशन और आर्थिक विकास में योगदान देने के लिए बैंकप्रतिबद्ध है.