आखिर पन्ना जल प्रपात में मिले मृत गौवंश की क्या है सच्चाई

ग्राम पंचायत भितरी अंतर्गत पन्ना जल प्रपात के समीप गौशाला में करीब आधा दर्जन गौवंश हो चुकी है मृत्यु, गौशाला संचालक समूह पर लग रहे गंभीर आरोप, एसडीएम के निर्देश पर सीईओ जनपद पंचायत रामपुर नैकिन द्वारा की जा रही मामले की जांच

सीधी : ग्राम पंचायत भितरी अंतर्गत पन्ना जल प्रपात के समीप संचालित गौशाला में करीब आधा दर्जन गौवंशों की मृत्यु हो चुकी है। गौशाला संचालक समूह पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। ऐसे में यह सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर पन्ना जल प्रपात में मिले मृत गौवंशों की सच्चाई क्या है।आज सुबह भितरी जल प्रपात में मृत मवेशियों के शव तैरने का वीडियो वायरल होते ही हडक़ंप मच गया। जल प्रपात के समीप ही गौशाला संचालित है।

बताया जा रहा है कि गौशाला में रखे गए मवेशियों के मृत होने के बाद उनको जल प्रपात में फेंकने का सिलसिला कई दिनों से चल रहा था। मृत मवेशियों के शव को बेरहमी के साथ फेंकने की चहुंओर निंदा हो रही है। जल प्रपात के किनारे समूह द्वारा शासकीय गौशाला का संचालन किया जा रहा है। उक्त गौशाला को शासन की ओर से गौवंशों की खुराकी के लिए बजट भी दिया जा रहा है फिर भी गौशाला में रहने वाले गौवंशों को पर्याप्त आहार उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है।

गौशाला में मौजूद मवेशियों की हालत काफी कमजोर है। उनको पर्याप्त खुराक न मिलने से सभी गौवंश काफी कमजोर हालत में मौजूद हैं।स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि गौशाला में गौवंशों के खाने-पीने की समुचित व्यवस्थाएं न होने के कारण लगातार गौवंशों की मौत हो रही है। जनपद पंचायत रामपुर नैकिन अंतर्गत भितरी-पन्ना जल प्रपात का जायजा लेने पर ग्रामीणों को कई मृत मवेशी तैरते हुए मिले। मृत मवेशियों को जल प्रपात में फेंक देने के बाद इनका शव काफी दूर तक निकल जाता है। यह सिलसिला काफी दिनों से चल रहा है। विडंबना यह है कि शासन के निर्देश पर गौशालाएं तो संचालित कर दी गई हैं किन्तु इनका निरीक्षण करने के लिए जिम्मेदार अधिकारी कभी भी नहीं जाते। लिहाजा बेजुबान गौवंश गौशाला के अंदर अवरुद्ध होकर खुराक न मिलने से मृत हो रहे हैं।

मानवीय संवेदना को तार-तार करता मानवीय कृत्य: अम्बुज
समाजसेवी एवं अधिवक्ता अम्बुज पाण्डेय ने बताया कि कल दिनांक 22 दिसम्बर को ग्राम भितरी स्थित पन्ना जल प्रपात में घूमने गया किन्तु जल प्रपात का नजारा देख मन व्यथित हो गया। पन्ना जल प्रपात के पास ही गौशाला स्थित है जहां गौवंश की हालत बहुत ही दयनीय है, पूरे नदी एवं जल प्रपात में गौवंश के शव तैरते क्षत-विक्षत हालत में देखने को मिले व जो गौशाला में मवेशी हैं वह भी भूख से बेहाल हैं उनकी व्यवस्था नाकाफी है। यह दृश्य मानवीय संवेदना को तार-तार करता हुआ अमानवीय कृत्य है। उन्होंने आगे कहा कि उसी पानी में पन्ना पहाड़ी के आदिवासियों द्वारा स्नान दातून व दैनिक उपयोग में किया जाता है जिससे उनके ऊपर गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ रहा है। उपरोक्त परिस्थितियों की ओर सक्षम अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट करा मांग करता हूं कि बेजुबान गौवंश पर अमानवीय नहीं शासन निर्देशों के अनुसार गौशाला संचालन कराए जाने की व्यवस्था की जाये।

इनका कहना है
चुरहट एसडीएम के संज्ञान में यह मामला सुबह ही आया है। जिस पर जनपद पंचायत रामपुर नैकिन के सीईओ से प्रतिवेदन मांगा गया है। जांच प्रतिवेदन आने के बाद दोषियों के विरूद्ध आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जावेगी।
नितिन कुमार झोड़, तहसीलदार रामपुर नैकिन
पन्ना जल प्रपात के समीप गौशाला का संचालन कान्हा समूह द्वारा किया जा रहा है। आज मैं मौके पर गया था और जानकारी मिली कि कल चरवाहा मवेशियों को चराने के लिये गौशाला से लेकर गये थे। इसमें एक बछड़ा कल प्रपात के पानी में बह गया था। प्रपात की गहराई इतना ज्यादा है कि वहां से बहे मवेशी को बचाना संभव नहीं था। आज मशीन लेकर मौके पर मृत गौवंश को दफन करा दिया गया है। इससे पूर्व 5-6 दिन पहले 4-5 गौवंशों की मौत हुई थी, उस दौरान भी गड्ढा कराकर दफन करा दिया गया था। आज एक बड़ा गड्ढा तैयार करा दिया गया है, यदि कोई गौवंश मृत हुआ तो उसको वहां पर दफन कराने के निर्देश दिये गये हैं। गौशाला में गौवंंशों के लिये पैरा रखा हुआ है, भूसा खत्म है। दिन में मवेशियों को चराया जाता है और सुबह-शाम पैरा खाने को दिया जाता है।
सियाशरण कोल, सरपंच ग्राम पंचायत भितरी

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